सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल:-
शहर में बेशकीमती जमीनों पर अतिक्रमणािरयों का कब्जा है। शहरी क्षेत्र से लेकर शहर के अंतिम छोर तक अतिक्रमण करने वालों ने पैर पसार लिए हैं। नगर का बडोरा क्षेत्र पिछले कुछ सालों में व्यावसायिक दृष्टिकोण से उभरकर सामने आया है, लेकिन इस क्षेत्र में अतिक्रमण की समस्या गंभीर बनी हुई है। हालंाकि नगरपालका प्रशासन एवं राजस्व अमले की टीमों ने बडोरा में कार्रवाई करते हुए कई बार अतिक्रमण हटाया है, लेकिन प्रशासनिक टीम के रवाना होते ही यहां फिर से अतिक्रमण कर लिया जाता है।
– चारों ओर से आवागमन:-
बडोरा क्षेत्र में ओवरब्रिज के नीचे सडक़ों पर अतिक्रमण का आलम यह है कि यहां दो ट्रक या बस साइड से निकले तो जाम स्थिति बन जाती है। क्योंकि यहां पर मैकेनिक, दो पहिया, चार पहिया वाहनों के मैकेनिक, गाडिय़ों की बॉडी बनाने वाले इस तरह की कई दुकानें हैं जिनका सामान सडक़ तक फैला रहता है, जिसके कारण यहां सुबह 40 फीट रहने वाली सडक़ शाम होते होते 15 फीट बचती है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर बैतूल से नागपुर और भोपाल जाने के रूट हैं वहीं करबला होते हुए परतवाड़ा रोड निकलता है दो रास्ते यहां से सीधे फोरलेन से जुड़े हुए हैं इसलिए चारों ओर के वाहनों की आवाजाही यहां बनी रहती है।
– अवैध कारोबार भी पकड़ाए:-
बडोरा के ओवरब्रिज के नीचे प्रशासन द्वारा जगह खाली करवाई गई थी। वहीं पिछले दिनों यहां पर बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बनाने की भट्टियां पकड़ाई थी। कुछ समय तो ओवरब्रिज के नीचे की जगह खाली रही लेकिन अब फिर से यहां अतिक्रमण ने पैर पसार लिए हैं तो वहीं ओवरब्रिज के आस-पास भी सडक़ों के किनारे बेजा अतिक्रमण कर लिया गया है।
– पीडब्ल्यूडी की जमीन पर सुधारे जा रहे वाहन:-
बडोरा में ओवरब्रिज के पास ही डब्ल्यूडी का वर्कशॉप है, यहां पर पीडब्ल्यूडी ने कर्मचारियों के रहने के लिए आवास भी बनाए थे, लेकिन वे आवास जर्जर स्थिति में पहुंच गए हैं। पहले यहां एक चपरासी भर रहा करता था लेकिन अब वह भी यहां नहीं रहता। आवास पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं, यहां पर सालों से कबाड़ा पउ़ा हुआ था उसके भी चोरी जाने की आंशका यहां आस-पास के लोगों द्वारा जताई जाती है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी की इस जमीन पर अब ट्रक, बस और अन्य वाहनों को सुधारने का काम किया जाता है। पीडब्लयूडी के वर्कशॉप की यह जमीन पूरी तरह से अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। भारी वाहन भी यहां पर रात के समय खड़े किए जाते हैं। इस संबंध में संबंधित विभाग के कर्मचारियों से संपर्क किया गया, लेकिन वे इस जमीन के उपयोग एवं रखरखाव के संबंध में कुछ खास जानकारी नहंी दे सके।
– ओवरब्रिज के नीचे भी बढ़ा अतिक्रमण:-
बैतूल शहर में ओवरब्रिज के नीचे अतिक्रमण की समस्या बढ़ रही है। लोग सडक़ों पर दुकानें और पार्किंग स्थल बना रहे हैं, जिससे यातायात बाधित हो रहा है. नगर पालिका और प्रशासन इस समस्या से निपटने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन यह समस्या लगातार बनी हुई है। कुछ दिनों पहले नगरपालिका सहित राजस्व की टीम ने ओवरब्रिज के नीचे पहुंचकर यहां के रहवासियों से ओवरब्रिज के नीचे जगह खाली करवाई थी। बैतूल में ओवरब्रिज के नीचे और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर दुकानें और पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। अतिक्रमण के कारण सडक़ें संकरी हो रही हैं और यातायात बाधित हो रहा है। बढ़ती बेरोजगारी और व्यवसाय करने की चाहत के कारण लोग सरकारी जमीन और सडक़ किनारे अतिक्रमण कर रहे हैं। अतिक्रमण के कारण फुटपाथ भी गायब हो गए हैं, जिससे पैदल चलने वाले लोगों को सडक़ पर चलना पड़ रहा है। कुल मिलाकर एक प्रकार से ब्रिज के नीचे रहना खतरे से खाली नहीं है। यहां पर रेलवे पुल के पास से बडोरा माचना पुल तक ब्रिज के नीचे लोगों ने रहने और व्यवसाय के ठिकाने बना लिए हैं।