त्रिकूल एक्सप्रेस से उतरने के बाद जा रहे थे डुलारा गांव
Accident: बैतूल। कन्याकुमारी में नमक फैक्ट्री में काम करने वाले जिले के मजदूर त्रिकूल एक्सप्रेस से बैतूल रेलवे स्टेशन पर उतरे थे। यहां से वह ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से अपने गांव डुलारा जा रहे थे। इसी दौरान बंजारी माई के घाट में ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई। इस दुर्घटना में जहां 2 मजदूरों की मौत हो गई। वहीहं 12 मजदूर घायल हो गए हैं। घटना जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी. दूर रानीपुर थाने के अंतर्गत घटित हुई। घायल मजदूरों का पिकनिक मनाने गए कालेज के छात्राओं ने रेस्क्यू कर इसकी खबर दी। घटना रविवार सुबह 9:30 बजे की है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नमक फैक्ट्री में काम करते हैं मजदूर
एएसपी कमला जोशी ने बताया कि सारणी क्षेत्र के बाकुड़ और दुलारा में रहने वाले मजदूर पिछले साल 11 नवंबर को कन्याकुमारी के पास अलघर स्थित नमक फैक्ट्री में काम करने गए थे। रविवार को सुबह सभी मजदूर त्रिकुल एक्सप्रेस से बैतूल रेलवे स्टेशन पर उतरकर अपने गांव जा रहे थे। ट्रैक्टर-ट्रॉली आम ढाना जाते समय बंजारी माई के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में दो मजदूर युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि 12 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में सभी की हालत स्थिर है। इनमें दो को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
त्यौहार मनाने जा रहे थे गांव
सभी मजदूर सारणी इलाके के बाकुड और डुलारा गांव के रहने वाले है। वे पिछले साल 11 नवंबर को वहां काम करने गए थे। जहां उन्हें अलघर में नमक फैक्ट्री में नमक पैकेट पैकेजिंग का काम दिया गया था। इसके लिए उन्हें वहां 615 रुपए रोज की मजदूरी मिलती थी। इसी बड़ी मजदूरी के चलते वे एक साल से वहां काम कर रहे थे। दिवाली के पहले वे त्योहार मनाने गांव लौट रहेंगे। मजदूर नंदलाल ने बताया कि लक्ष्मी पूजा के बाद उन्हें वापस काम पर लौटना था।
दो लोगों की हुई मौत
इस हादसे में जान गंवाने वाले बलराम और श्रवण अपने परिवार में कमाने वाले इकलौते व्यक्ति थे। घायल नंदलाल ने बताया कि मृतक बलराम (25) अपने घर में अकेला कमाने वाला था। उसके पिता मां, एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन है, जिसकी शादी होनी है। जबकि एक बड़ी बहन की शादी हो चुकी थी। बड़ा भाई ज्यादा कुछ कमा नहीं पाता, इसीलिए बलराम ने कन्याकुमारी जाने का फैसला किया था। मृतक श्रवण (24) की भी यही कहानी है। उसके माता-पिता खेती करते है। घर में कोई बड़ा कमाने वाला नहीं है।
ट्रॉली का ड्राइवर भागा
बताया जा रहा है कि जिस ट्रैक्टर-ट्रॉली से यह हादसा हुआ। उसका ड्राइवर ट्रॉली के पलटते ही कूदकर भाग गया। मजदूरों के मुताबिक बंजारी माई के पास उसने ट्रैक्टर को न्यूट्रल कर दिया था। इसी वजह से मोड पर वह अनियंत्रित हो गया। इसी दौरान सामने से आ रहे वाहन से ओवरटेक करते समय वह ट्रैक्टर संभाल नहीं पाया। ट्रॉली के पलटते ही मजदूर उसमें फंस गए जिन्हें आने-जाने वाले राहगीरों ने बाहर निकालकर एंबुलेंस को कॉल किया।
2 की मौत, 12 हुए घायल
ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से दो मजदूरों की मौत हो गई है। इनमें- बलराम पिता भोला (25) निवासी डुलारा और श्रवण पिता चंदन ( 24) डुलारा शामिल है। जबकि हादसे में नंदलाल पिता जिन्दु उईके (27) डुलारा, बादल पिता मोती मसकोले( 40) बाकुड़, प्रदीप पिता अमरलाल कुमरे (24) बाकुड़, कैलाश पिता भग्गू काकोरिया (24) डुलारा, नंदराम पिता प्यारे उईके (40) डुलारा, मल्लू पिता नानू उई के (60) बाकुड़, सुखमत पिता मंसा मर्सकोले (25) बाकुड, आकाश पिता रामसिंह (23)बाकुड़, रविकेश पिता रत्तुलाल नर्रे (27) दुलारा, नंदकिशोर पिता प्यारे उईके (38) डुलारा, संजू पिता चंदन काकोडिया (45) डुलारा, शिवचरण पिता बिरसु (20) दुलारा शामिल है।
कालेज छात्रों ने दी सूचना
इस हादसे के समय बैतूल से पिकनिक मनाने जा रहे छात्रों के दल ने इस हादसे में घायलों का रेस्क्यू किया। एक्सीलेंस कालेज भोपाल के छात्र प्रणय वराठे ने बताया कि हम लोग पोहा बनाने पांझर जा रहे थे। इसी दौरान जब घटनास्थल के पास पहुंचे तो ऐसा लगा लोग सडक़ पर सोए हुए है। जब घायलों में से एक पलटा तो उसका पूरा जबड़ा ही टूटा हुआ था। हम लोगो ने ऐसा एक्सीडेंट पहली बार देखा था। मौके पर मोबाइल नेटवर्क नहीं था ।तब हम ऊपर की तरफ गए और नेटवर्क तलाश कर एंबुलेंस को काल किया।।इस बीच घटनास्थल पर कई लोग जमा हो गए। सभी ने रस्सी बांधकर सडक़ पर पलटी ट्रॉली हटाकर एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाया। तब तक रानीपुर से आई एंबुलेंस में घायलों को रवाना किया।