बैनर-पोस्टर और बिना शोर गुल के निपट गया चुनाव
Betul News – बैतूल – क्षेत्र की जनता ने पहली बार ऐसा लोकसभा चुनाव देखा होगा जिसमें पूरे चुनाव प्रक्रिया के दौरान ना तो कोई शोरगुल सुनाई दिया और ना ही रैली सहित बैनर-पोस्टर नजर आए। इसी तरह से मतदाताओं में भी चुनाव के प्रति कोई उत्साह दिखाई नहीं दे रहा है। पिछले दो दिनों से भाजपा और आज कांगे्रस के कुछ नेता शहर में जनसंपर्क करते हुए दिखाई दिए लेकिन यह भी महज औपचारिकता ही लगी। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए स्वीप प्लान के तहत लंबे समय से कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
भाजपा की लंबे समय से तैयारी | Betul News
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भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो साल भर चुनावी मोड में रहती है। एक चुनाव पूरा होता नहीं है कि दूसरे चुनाव के लिए बैठकें , पन्ना प्रमुख और बूथ प्रभारी जैसे जमीनी स्तर तक तैयारी शुरू हो जाती है। साल भर संगठन के पदाधिकारी विभिन्न क्षेत्रों में इन प्रभारियों को सक्रिय किए रहते हैं इसलिए चुनाव के समय इन्हें अतिरिक्त तैयारी नहीं करनी पड़ती है। इसके बावजूद भाजपा हर चुनाव ऐसे लड़ती है जैसे शुरूवात कर रही है। बैतूल संसदीय क्षेत्र में भी इससे अछूता नहीं है। भाजपा में उम्मीदवार का उतना महत्व नहीं रहता है जितना संगठन का। इस बार भी भाजपा चुनावी तैयारियों में कांग्रेस से मीलों आगे नजर आ रही है। यह बात अलग है कि झंडे-बैनर, पोस्टर, रैली और आमसभा के मामले में उतनी सक्रिय नहीं दिखाई दे रही है जितनी हर चुनाव में रहती है।
कांग्रेस मेें शुरू से हो रहा विरोध

पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में रामू टेकाम के 3 लाख 62 हजार के ऐतिहासिक वोटों के अंतर से हारने के बावजूद 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा रामू टेकाम को दोबारा प्रत्याशी बनाने जाने पर जिले के कई कांग्रेस दिग्गजों ने सार्वजनिक रूप से इस उम्मीदवारी का विरोध और कांग्रेस हाईकमान तक अपनी बात पहुंचायी थी। जिसका असर पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दिखाई दिया। आदिवासी समाज के कई पूर्व विधायक कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव में मुंह दिखाई करते रहे। वहीं कांग्रेस के एक गुट के हाथ में चुनाव प्रचार के कारण कांग्रेस का दूसरा गुट भी पूरी तरह से निष्क्रिय दिखाई दिया।
पीएम-सीएम ले चुके हैं सभा | Betul News

बैतूल संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत हरदा विधानसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा प्रत्याशी डीडी उइके के पक्ष में विशाल आमसभा को संबोधित किया था। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गत दिवस मलाजपुर में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में सभा कर चुके हैं। डॉ. मोहन यादव तो भाजपा प्रत्याशी का नामांकन कराने भी बैतूल आए थे। वैसे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और फिल्म स्टार तथा अमरावती सांसद नवनीत राणा का भी बैतूल के लिए दौरा प्रस्तावित था लेकिन दोनों स्टार प्रचार अन्यंत्र कारणों से नहीं आए।
कमलनाथ ने करी औपचारिकता
कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आमला क्षेत्र में एक आमसभा को संबोधित कर दुबारा इस क्षेत्र में नहीं आए। जबकि हर चुनाव में कमलनाथ का हेलीकाप्टर कई बार संसदीय क्षेत्र में घूमता दिखाई देता था। राजनैतिक समीक्षकों का मानना है कि इस बार कमलनाथ ने बैतूल में प्रचार की औपचारिकता करी है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के अलावा कोई बड़े नेता ने कांग्रेस उम्मीदवार रामू टेकाम के पक्ष में सभा को संबोधित नहीं किया। जीतू पटवारी कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में भी बैतूल आए थे। राजनैतिक हल्कों में यह चर्चा है कि जीतू पटवारी ने घोड़ाडोंगरी और भीमपुर में आमसभा अवश्य ली लेकिन भाजपा नेत्री इमरती बाई के संबंध में पूर्व में की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में उन्हें बैतूल जिले के भाजपाई के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। और जीतू पटवारी के प्रचार का कोई प्रभाव पड़ता नजर नहीं आ रहा है।
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