भाजपा ने दोबारा किया कांग्रेस का सूपड़ा साफ
Betul Politics To Win – बैतूल – 2023 के विधानसभा चुनाव में जिले के मतदाताओं ने एक बार फिर एक ही राजनैतिक दल के सभी प्रत्याशियों को जीताने का कार्य किया है। वहीं सरकार भी जीते हुए विधायकों के दल के बनने से आम मतदाता भी खुश है कि अब क्षेत्र के विकास कार्यों में गति आएगी और कोई राजनैतिक रोढे का सामना नहीं करना पड़ेगा। 2013 में भी ऐसी ही स्थिति निर्मित हुई थी और जिले की पांचों सीटों पर भाजपा प्रत्याशी चुनाव जीते थे और सरकार भी भाजपा की भी बनी थी। इस बार भी जिले में पांचों प्रत्याशी भाजपा के जीते हैं और सरकार भी भाजपा की बन रही है। जीते हुए उम्मीदवारों में एक रोचक तथ्य सामने आया है जो इस प्रकार है।
एक बार जीती गंगा बाई उइके | Betul Politics To Win
अपने राजनैतिक जीवन का पहला विधानसभा चुनाव लड़ी श्रीमती गंगा सज्जन सिंइ उइके ने कांग्रेस के राहुल उइके को 4213 मतों से पराजित किया है। राहुल उइके का भी यह पहला चुनाव था। इस तरह से गंगा बाई पहली बार की विधायक बन गई है।
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दो बार जीते दो उम्मीदवार
बैतूल सीट से निर्वाचित हुए भाजपा नेता हेमंत खंडेलवाल दूसरी बार विधायक बने हैं। 2013 में भी बड़े अंतर से निर्वाचित हुए हेमंत खंडेलवाल इस बार भी 15 हजार 533 मतों की लीड से कांग्रेस के निलय डागा को पराजित कर विधायक बने हैं। इसी तरह से आमला से भाजपा के डॉ. योगेश पंडाग्रे भी दूसरी बार विधायक निर्वाचित हो गए हैं। 2018 और 2023 दोनों ही चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी मनोज मालवे को हराया है।
तीन बार के विधायक बने चंद्रशेखर | Betul Politics To Win
मुलताई सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे को 14 हजार 842 मतों के बड़े अंतर से पराजित कर भाजपा के चंद्रशेखर देशमुख तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। 1998 में पहली बार मासोद विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर उन्होंने नई राजनीति की शुरूआत की थी। लो प्रोफाईल में रहकर काम करने वाले चंद्रशेखर देशमुख ने 2013 के चुनाव में मुलताई विधानसभा के इतिहास में सबसे अधिक 32 हजार मतों के रिकार्ड अंतर से सुखदेव पांसे को पराजित कर दूसरी बार विधायक बनने का अवसर प्राप्त किया था। एक बार फिर 2023 के विधानसभा चुनाव में चंद्रशेखर देशमुख ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुखदेव पांसे को पराजित किया। इस तरह से वर्तमान में जीते पांच विधायकों में तीन बार चुनाव जीतने वाले विधायक हो गए हैं।
चार बार चुनाव जीते महेन्द्र सिंह
बैतूल जिले में भाजपा की ओर से सर्वाधिक बार विधानसभा चुनाव लड़ने का रिकार्ड भंैंसदेही के आदिवासी नेता महेन्द्र सिंह चौहान के नाम दर्ज हो गया है। 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 एवं 2023 में लगातार भाजपा ने सिर्फ महेन्द्र सिंह चौहान पर भरोसा जताया और महेन्द्र सिंह चौहान ने भी समय-समय पर पार्टी की लाज रखी। 1998, 2003, 2013 और 2023 में विधायक निर्वाचित होकर वर्तमान पांच विधायकों में महेन्द्र सिंह चौहान चौथी बार जीतने वाले एक मात्र विधायक हो गए हैं। 2023 के इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने पुराने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के धरमू सिंह को 8230 वोटों से हराया है।