क्यों खरीदें महंगी रासायनिक खाद! अब घर में ही बनाएं गोबर खाद और पैसे बचाये, जाने खाद बनाने की प्रक्रिया, गोबर और गोमूत्र जैविक खाद के बेहतरीन स्रोत हैं। ये न केवल मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं बल्कि फसलों को पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं कि गोबर और गोमूत्र से खाद कैसे बनाई जाती है:
ये भी पढ़े- 50 साल की उम्र में 20 साल वाली जवानी ला देगा यह ड्राई फ्रूट, जाने क्या है इसका नाम?
क्यों खरीदें महंगी रासायनिक खाद! अब घर में ही बनाएं गोबर खाद और पैसे बचाये, जाने खाद बनाने की प्रक्रिया
1. सामग्री:
- ताजा गोबर (गाय, भैंस या अन्य पशुओं का)
- गोमूत्र
- पुआल, घास या अन्य जैविक पदार्थ
- मिट्टी
2. विधि:
- खाद का ढेर बनाना: एक छायादार जगह पर एक बड़ा ढेर लगाएं।
- सामग्री मिलाना: गोबर, गोमूत्र, पुआल/घास और मिट्टी को एक साथ मिलाएं। मिश्रण को अच्छी तरह गीला करें।
- परतें बनाना: ढेर को कई परतों में बनाएं। हर परत को थोड़ा सा दबाएं ताकि हवा न फंसे।
- पलटना: हर 15-20 दिन में ढेर को पलटें। इससे खाद अच्छी तरह सड़ेगी और पोषक तत्व एक समान रूप से फैल जाएंगे।
- समय: खाद पूरी तरह तैयार होने में लगभग 3-4 महीने का समय लगता है।
ये भी पढ़े- बारिश में चला जाता है बाइक की फ्यूल टैंक में पानी! तो अपनाये ये आसान ट्रिक्स
3. खाद का उपयोग:
- खाद को खेत में मिलाने से पहले इसे मिट्टी में अच्छी तरह मिला लें।
- खाद को बुवाई या रोपाई के समय खेत में डाला जा सकता है।
- खाद को गमलों या पौधों में भी डाला जा सकता है।
गोबर-गोमूत्र खाद के फायदे:
- मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है
- फसलों की पैदावार बढ़ाता है
- फसलों को रोगों से बचाता है
- मिट्टी की बनावट में सुधार करता है
- पर्यावरण के लिए सुरक्षित है
कुछ अतिरिक्त सुझाव:
- खाद बनाने के लिए हमेशा ताजा गोबर और गोमूत्र का उपयोग करें।
- खाद को ढेर को ढककर रखें ताकि बारिश का पानी अंदर न जाए।
- खाद को बहुत अधिक गीला या सूखा न होने दें।
- खाद बनाने के लिए आप वर्मीकम्पोस्ट तकनीक का भी उपयोग कर सकते हैं।
ध्यान दें: गोबर-गोमूत्र खाद बनाने की विधि क्षेत्र और मौसम के अनुसार थोड़ी भिन्न हो सकती है। अधिक जानकारी के लिए आप स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।