भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ISS जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे. वे 2025 में लॉन्च होने वाले निजी Ax-4 मिशन के पायलट चुने गए हैं, जिसका नेतृत्व नासा की पेगी व्हिटसन करेंगी. यह मिशन 14 दिन का होगा. उन्होंने कहा, ‘अंतरिक्ष की यह यात्रा मेरी व्यक्तिगत नहीं, बल्कि 1.4 अरब लोगों की यात्रा है.’ यह मिशन 14 दिनों तक चलेगा. इस दौरान, अंतरिक्ष यात्री वैज्ञानिक प्रयोग, आउटरीच कार्यक्रम और कम ग्रैविटी में कई एक्टिविटी करेंगे. भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने कहा, ‘‘मैं ‘माइक्रोग्रैविटी’ में जाने और अपने दम पर अंतरिक्ष उड़ान का अनुभव करने के लिए वास्तव में बहुत उत्साहित हूं. मिशन के लिए उत्साह लगातार बढ़ रहा है और मुझे लगता है कि हम एक ऐसे चरण में हैं जहां सभी चीजें साकार हो रही हैं.’
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इतिहास रचने वाले हैं. वे आईएसएस यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे. वे Ax-4 मिशन के पायलट चुने गए हैं. यह एक निजी अंतरिक्ष मिशन है. यह SpaceX ड्रैगन यान से 2025 में लॉन्च होगा. इस मिशन का नेतृत्व नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन करेंगी. शुक्ला के साथ पोलैंड के स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्निवस्की और हंगरी के टिबोर कापू भी होंगे. यह मिशन इसरो के पहले अंतरिक्ष यात्री को आईएसएस पर भेजेगा. पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री भी पहली बार आईएसएस पर रहेंगे.
लखनऊ के शुभांशु, एयरफोर्स के फाइटर पायलट
10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला जून 2006 में भारतीय वायु सेना में एक फाइटर पायलट के रूप में शामिल हुए. मार्च 2024 में उन्हें ग्रुप कैप्टन का पद मिला. उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier और An-32 जैसे कई विमानों पर 2,000 घंटे से अधिक उड़ान भरी है. 2019 में रूस के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में एस्ट्रोनॉट की ट्रेनिंग ली है. भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान मिशन के लिए ISRO द्वारा चुने गए. NASA-Axiom Space सहयोग के तहत आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले ISRO अंतरिक्ष यात्री होंगे.