बढ़ते तापमान और गिरते जल स्तर की वजह से बन रही समस्या
सारनी (हेमंत रघुवंशी) – नगर पालिका परिषद के 36 वार्डो में जैसे-जैसे गर्मी का माहौल बढ़ते जा रहा है, ठीक वैसे-वैसे जल संकट भी चरम सीमा पर पहुंचते जा रहा है। कुछ इसी तरह का माहौल शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार बढ़ते जा रहा है। मार्च माह समाप्त हो रहा है और अप्रैल माह शुरू हो रहा है, लेकिन 20 मार्च के बाद ग्रामीण क्षेत्र के वह बोर जिन की गहराई 400 फीट की थी वह ज्यादातर बोर सूख गए हैं।
ऐसी स्थिति में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोग पानी खरीद कर अपनी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। लेकिन पानी भी खरीदने का काम वह लोग कर पा रहे हैं जिनकी आर्थिक स्थिति बेहतर है जिन लोगों की आर्थिक स्थिति चिंताजनक बनी हुई है या तो वह नगर पालिका परिषद के टैंकर का इंतजार करता है या फिर आधा किलो मीटर से लेकर 2 किलोमीटर की दूरी को तय करने के बाद पीने के लिए पानी एकत्रित कर पा रहा है।
जलापूर्ति की निविदा में हुई देरी
नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से उसके 36 वार्डों में निजी टैंकरों के जरिए पानी आपूर्ति करने का काम मार्च माह के अंतिम सप्ताह से शुरू कर देता था लेकिन इस बार अप्रैल माह आ जाने तक भी नगर पालिका परिषद सारनी के द्वारा पानी आपूर्ति करने के लिए निजी टैंकरों की मदद नहीं ली जा रही है। नगरपालिका परिषद सारनी के अधिकारी कर्मचारियों की माने तो निजी निविदा को अमल में लाने में अभी भी 15 अप्रैल तक का समय लग सकता है ऐसे में कोयलांचल क्षेत्र पाथाखेड़ा,बगडोना,शोभापुर और सारनी के वह लोग जो झुग्गी बस्ती में रहकर नगर पालिका परिषद सारनी के टैंकर पर निर्भर रहते हैं उन्हें जल संकट से प्रतिदिन दो चार होना पड़े।
नपा के हैंडपंप का पानी पीने योग्य नहीं
नगर पालिका परिषद सारनी के 36 वार्डों में जल आपूर्ति बेहतर हो सके इस उद्देश्य क्षेत्र में लगभग 340 से अधिक हैंडपंप का खनन करने का कार्य किया गया था लेकिन यह हैंडपंप भी बेहतर पानी नहीं उगल पा रहे हैं भूमिगत खदान के पानी आने की वजह से यह पानी पीने योग्य नहीं ऐसी स्थिति में इस हेडपंप के पानी से केवल बाहरी काम किया जा सकता है। नगरपालिका के माध्यम से जलापूर्ति करने का कार्य वर्तमान समय में किया जा रहा है, लेकिन नगरपालिका के पास गिनती का टैंकर होने की वजह से और क्षेत्रफल ज्यादा बड़ा होने के कारण संपूर्ण वार्डों में एक साथ पानी आपूर्ति करने में उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब देखना है कि नगर पालिका परिषद सारनी के पीआईसी और परिषद के पार्षद जल आपूर्ति को लेकर क्या हंगामा खड़ा करते हैं।