यदि बंद नहीं किया गया कचरा फेंकना तो बंजर हो जाएगी जमीन, प्रदूषण फैलाने नगर निगम के खिलाफ पनप रहा लोगों का आक्रोश
भोपाल(ब्यूरो)(खबरवाणी) – नगर निगम भोपाल शहर से निकलने वाला दूषित और प्रदूषित कचरे को आबादी क्षेत्र आदमपुर छावनी में फेंका जा रहा है। यहां पर कचरा लगातार फेंके जाने से आसपास के लोगों में नगर निगम के खिलाफ गहरी नाराजगी व्याप्त हो रही है।
आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
समाजसेवी सुषमा कलम्बे ने नगर निगम द्वारा आबादी क्षेत्र में फेंके जा रहे कचरे के खिलाफ आयुक्त नगर निगम को एक ज्ञापन सौंपा है। सुश्री कलम्बे द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि भोपाल नगर निगम के अधिकारी- कर्मचारियों और राजस्व दल द्वारा व्यक्तिगत व वित्तीय लाभ हेतु नियम विरुद्ध तरीके से निरंतर शहर से निकलने वाले कचरे को आबादी क्षेत्र में फेंका जा रहा है जिससे क्षेत्र में गंभीर बीमारी फैलने की जहां आशंका उत्पन्न हो रही है वहीं आसपास के क्षेत्रों का जल भी दूषित होने का खतरा मंडराने लगा है।
पर्यावरण को बचाने करें कार्यवाही
सक्रिय समाजसेवी सुषमा कलम्बे ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि नगर निगम द्वारा आम जन से अरबों रुपये टैक्स स्वरुप वसूला जाता है जिसके एक भाग को निगम द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करके नगरीय ठोस अपशिष्ट आदमपुर छावनी की खंती में एकत्रित किया जाता है ताकि उससे होने वाले दुष्प्रभावों से मानव व पर्यावरण को बचाया जा सके किंतु नगर निगम कर्मचारी व अधिकारियों द्वारा अपशिष्ट को निष्क्रिय करने के पूर्व ही खुले बाजार में बेचा जा रहा है।
जलग्रहण क्षेत्र की भूमि को किया जा रहा दूषित
कोलुआ क्षेत्र के गेट नंबर तीन से हर आधा घंटे में ट्रक ( बिना नंबर प्लेट ) के वाहनों द्वारा अपशिष्ट को भू स्वामियों द्वारा खरीद कर अजनाल नदी के जलग्रहण क्षेत्र में आ रही भूमि पर डम्प किया जा रहा है,(बिल्खिरिया थाना क्षेत्र, गुगल रिफरेंस) इस किए जा रहे कृत्य का उद्देश्य उस भूमि का लेवल बढ़ाना है। फलस्वरूप यह नगरीय ठोस अपशिष्ट वर्षा जल के साथ मिलकर उक्त भूमि से लगी अजनाल नदी में जा मिलेगा। खेद का विषय है कि इस नदी का पानी 2 किलोमीटर के दायरे में स्थित अजनाल डैम में जाकर मिलता है जिससे डैम में भी प्रदूषण की स्थिति व्याप्त होगी।
मंत्री के निर्देश पर किया था निरीक्षण
इस गंभीर मामले में कैबिनेट मंत्री पर्यावरण के संज्ञान में आने के उपरांत म.प्र.प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को उचित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। तद्उपरांत विगत 5 अप्रैल 2022 को क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल के दल द्वारा निरीक्षण किया गया, उस समय भी स्थल पर भारी मात्रा में नगरीय ठोस अपशिष्ट डम्प किया रहा था। क्षेत्रिय कार्यालय द्वारा संलग्न पत्र के माध्यम से उपरोक्त अपशिष्ट को तत्काल हटाने के दिशा निर्देश दिए गए थे, उसके बावजूद हटाना तो दूर दिन रात निरंतर ट्रकों के माध्यम से अपशिष्ट डंप किया जा रहा है और जेसीबी से उसके ऊपर मिट्टी डाल कर शासन प्रशासन की नजर से भूमिगत किया जा रहा है जिससे आसपास की कृषि भूमि और नदी प्रभावित हो रही है ।
नदी-तालाब के पास प्रतिबंधित रहती है गतिविधि
राजस्व संहिता के अनुसार नदियों, जल धाराओं और तालाबों से 50 मीटर की दूरी तक कोई भी पर्यावरण पर दुष्प्रभाव डालने वाली गतिविधियां प्रतिबंधित है इसके बावजूद राजस्व अमले द्वारा नगर निगम व भूमि स्वामियों सें साठगांठ करके प्रकरण में कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। सक्रिय समाजसेवी सुषमा कलम्बे ने कहा कि आप से विनम्र अनुरोध है, पर्यावरण को बचाने व भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी और कर्मचारियों पर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
इनको भेजी ज्ञापन की प्रतिलिपि
सक्रिय समाजसेवी सुश्री कलम्बे ने नगर निगम आयुक्त को सौंपे ज्ञापन की प्रतिलिपिक कैबिनेट मंत्री राजस्व विभाग, मध्यप्रदेश शासन, कैबिनेट मंत्री स्थानीय प्रशासन, मध्यप्रदेश शासन, मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ, प्रमुख सचिव, राजस्व विभाग मध्यप्रदेश शासन, प्रमुख सचिव, पर्यवरण विभाग, प्रमुख सचिव, स्थानीय प्रशासन विभाग, लोकायुक्त, लोकायुक्त कार्यालय, भोपाल, आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, भोपाल, आयुक्त, भोपाल संभाग, कलेक्टर, जिला भोपाल मध्य प्रदेश एवं पुलिस आयुक्त, पुलिस आयुक्त कार्यालय को भी प्रेषित की है।