पुलिस ने जब्त किया अवैध पटाखा फैक्ट्री में जखीरा
Warehouse seal: बैतूल। पुलिस ने पटाखा फैक्ट्री के पांच गोदामों को अनियमितता मिलने पर सील कर दिया है। पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री को 15 किलो बारूद का लाइसेंस प्राप्त है लेकिन यहां पर 60 किलो बारूद से 25 हजार रस्सी बम बनाए जा रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस बल ने छापामार कार्यवाही करते हुए पांचों गोदामों को सील कर दिया है। यह कार्यवाही एसपी निश्चल एन झारिया के निर्देश पर गंज थाना प्रभारी रविकांत डहेरिया के नेतृत्व में की गई। पुलिस ने यहां से 3 लाख रुपए का मशरूका जब्त करने की कार्यवाही करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है।

25 हजार बरामद किए रस्सी बम
एसपी निश्चल एन. झारिया के द्वारा अगामी त्यौहार नवरात्रि एवं दीपावली पर्व के दौरान शहर में सघन चैकिंग एवं अवैध फटाखा निर्माण एवं बेचने वालो के विरूध्द कड़ी कार्यवाही करने हेतु आदेशित किया गया था। एसपी बैतूल एवं एएसपी श्रीमती कमला जोशी, एसडीओपी सुश्री शालिनी परस्ते के मार्गर्शन में बैतूल पुलिस ने ग्राम रेवडा स्थित दरवाई फटाखा फैक्टरी से लगभग 25000 रस्सी बम एवं 60 किलो खुला बारूद कीमती 04 लाख रूपये को बरामद किया गया है एवं दरवाई फैक्टरी के 05 गोडाउन को सीलबंद किया गया है।
फैक्टरी में यह पाई गई अनियमितताएं
लायसेंस धारी अनिल दरवाई द्वारा कारोबार का संचालन नही किया जाकर उसके स्थान पर उसके भाई राजेश दरवाई द्वारा फटाखा निर्माण कार्य किया जाना पाया गया। फटाखा निर्माण कार्य रात्रि में संचालित किया जा रहा था। फटाखा निर्माण कार्य में एक नाबालिग बालक एवं एक नाबालिग बालिका कार्य करते पाई गई लायसेंस मात्रा 15 किलोग्राम से अधिक लगभग 25000 रस्सी बम का निर्माण किया जाना पाया गया तथा 60 किलो ग्राम बारूद खुले में भण्डारण पाया गया। फैक्टरी संचालक द्वारा विस्फोटक पदार्थ एवं अतिशबाजी के रखरखाव संबधी एवं बेचने के संबंध में स्टाक रजिस्टर एवं अन्य दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराये गये। फैक्टरी में हाथ से मिश्रण मिलाकर बारूद बनाने का कार्य किया जाना पाया गया।
जानमाल को हो सकता था खतरा
सुरक्षा – शासन द्वारा बनाये गये लायसेंस के नियमो का पालन नही करने से लोगो कि जान-माल को खतरा हो सकता है। पुलिस द्वारा तत्वरित कार्यवाही कि गई अन्यथा कोई बड़ी घटना कारित हो सकती थी। पुलिस कि कार्यवाही केवल कानून का पालन करने के लिये ही नही बल्कि आमजनता की सुरक्षा के लिये है।
इन्होंने किया था निरीक्षण
थाना प्रभारी गंज निरीक्षक रविकान्त डेहरिया ने बताया कि उन्हें ग्राम रेवडा तहसील बैतूल में फटाखा बारूद निर्माण कि सूचना प्राप्त होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारी को अवगत कराकर टीम तैयार कि गई जो पुलिस एवं राजस्व की संयुक्त टीम अनुविभागीय दण्डाधिकारी बैतूल राजीव कहार, एसडीओपी बैतूल सुश्री शालिनी परस्ते, थाना प्रभारी गंज निरीक्षक रविकांत डेहरिया, थाना प्रभारी सांईखेडा निरीक्षक मुकेश ठाकुर, नायब तहसीलदार बैतूल, पुलिस एवं राजस्व स्टाफ के साथ ग्राम रेवडा पहुंचकर दरवाई फटाखा बारूद निर्माण कारखाना का संयुक्त निरीक्षण किया गया।
खुले में सुखाए जा रहे रस्सी बम

निरीक्षण के दौरान 05 गोदाम में से 03 गोदाम में फटाखा निर्माण कार्य तथा 02 गोदामो में बारूद का भण्डारण एवं 01 गोदाम के पीछे खुले स्थान में रस्सी बम सुखाये जाने का कार्य किया जा रहा था। जो मौके पर राजेश दरवाई पिता सीताराम दरवाई निवासी विकास नगर बैतूल मिला जिससे उक्त कारोबार के संबंध में अनुमति मांगी गई तो बताया कि उक्त कारोबार करने का लायसेंस उसके भाई अनिल दरवाई पिता सीताराम दरवाई निवासी विकास नगर वन विधालय के सामने बैतूल के नाम पर है। जो मौके पर लायसेंस धारी अनिल दरबाई उपस्थित नहीं मिला तथा विगत 06 माह से ऐथेनाल फैक्टरी नीमच में कार्य करना पाया गया।
नाबालिग बना रहे थे पटाखे
मौके पर लायसेंसधारी के भाई राजेश दरवाई के द्वारा उज्जैन, बिहार से लाये गये मजदूरों एवं नाबालिग बालक-बालिका से फटाखा निर्माण कार्य कराया जा रहा था। प्राप्त अनुज्ञप्त मात्रा 15 किलोग्राम से अधिक लगभग 25000 रस्सी बम फटाखा का निर्माण किया जाना एवं 60 किलोग्गाम खुला बारूद का भण्डारण पाया गया। जिसे मौके पर पुलिस एवं राजस्व टीम के द्वारा दरवाई फटाखा फैक्टरी के 05 गोदामो को सीलबंद किया गया है।
मामला किया दर्ज
आरोपी अनिल दरवाई तथा राजेश दरवाई निवासी विकास नगर बैतूल के विरूध्द थाना सांईखेडा में अपराध के 289/24 धारा 287,288 बीएनएस2023, 5/9 बी विस्फोटक अधिनियम 1984, 14 (1ए) बालक और कुमार श्रम प्रतिशेध और विनियम 1986 का पंजीबध्द किया जाकर विवेचना में लिया गया आरोपी राजेश पिता सीताराम दरवाई निवासी विकास नगर वनविधालय बैतूल को विधिवत गिरफ्तार किया गया। आरोपी के भाई लायसेंसधारी अनिल दरवाई की गिरफ्तार हेतु टीम तैयार कर नीमच भेजी गई है।
यह थे कार्यवाही के दौरान मौजूद

उक्त कार्यवाही में एसडीएम बैतूल राजीव कहार, एसडीओपी बैतूल सुश्री शालीनी परस्ते, निरीक्षक रविकान्त डेहरिया, निरीक्षक मुकेश ठाकुर, एसआई दिलीप यादव, एसआई रणधीरसिंह राजपूत, एसआई उत्तम मस्तकार, एसआई पुनम साहु, एएसआई किशोरीलाल सल्लाम, प्रधान आरक्षक चन्द्रकिशोर, प्रआर मयूर, प्रधान आरक्षक विनय, प्रधान आरक्षक बलवीर, आरक्षक अनिरूध्द यादव, आरक्षक नरेन्द्र धुर्वे, आरक्षक सुरजीत, आरक्षक दीपेन्द्र सिंह सायबर सेल कि विशेष भूमिका रही।