प्रवासी विधायक कर रहे हैं विधानसभाओं का दौरा
Vidhan Sabha Election – बैतूल – भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की कमजोरियों से बचने के लिए अपनी रणनीति में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। इसी रणनीति के तहत मध्यप्रदेश चुनाव की बागडोर सीधे सीधे देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अपने हाथों मेंं ले ली है।
इसीलिए भाजपा ने प्रदेश की पूरी 230 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के महाराष्ट्र, यूपी, बिहार और गुजरात राज्यों के 230 विधायकों को मध्यप्रदेश बुलाया है। यह 230 विधायक में से एक-एक विधायक को एक-एक विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है। बैतूल की पांच विधानसभाओं के लिए महाराष्ट्र के पांच भाजपा विधायक आज बैतूल जिले में पहुंच गए हैं। इन सभी विधायकों को पहले भोपाल में एक दिन का प्रशिक्षण केंद्रीय नेताओं द्वारा दिया गया।
महाराष्ट्र के इन पांच विधायकों में से बैतूल विधानसभा के लिए हिंगोली से विधायक ताना मुटकुले, आमला विधानसभा के लिए बागलान के विधायक दिलीप बोरसे एवं घोड़ाडोंगरी विधानसभा के लिए पूणे से विधायक सिद्धार्थ सिरोले को प्रभारी बनाया गया है। इन तीन विधानसभा सीटों पर अभी भाजपा ने उम्मीदवार तय नहीं किए हैं। मिली जानकारी के अनुसार ये विधायक सात दिन तक अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्र में अपने स्तर पर मजबूत उम्मीदवार के लिए सर्वे करेंगे। क्षेत्र में चुनावी रणनीति के लिए मुद्दों का अध्ययन करेंगे एवं संभावित उम्मीदवार के विरोध में उठने वाले स्वरों के संबंध में भी जानकारी एकत्रित करेंगे ताकि चुनावी सफलता के लिए सभी संभावित बाधाओं को चुनाव शुरू होने के पहले ही दूर किया जा सके।
इसी तरह से मुलताई विधानसभा के लिए थाणे के विधायक संजय केलकर और भैंसदेही विधानसभा के लिए अकोला विधायक रणधीर सावरकर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। चूंकि इन दोनों विधानसभाओं में भाजपा ने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं इसलिए उम्मीदवार के चयन के सर्वे को छोडक़र ये प्रवासी विधायक चुनावी रणनीति से संबंधित सभी जानकारी एकत्रित करने का कार्य करेंगे ऐसी जानकारी मिली है। इन दोनों विधानसभा में जो अन्य भाजपा नेता टिकट के दावेदार थे उनके बीच सामंजस्य बैठाने की कोशिश करेंगे जिससे चुनाव में भीतरघात ना हो।
उत्तर प्रदेश की तर्ज पर होगा चुनाव | Vidhan Sabha Election
जिस तरह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश की चुनावी जिम्मेदारी संभालकर वहां पर भाजपा की विजय का एकतरफा परचम लहराया था। उसी तर्ज पर अमित शाह ने मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी संभाल ली है जिससे लग रहा है कि मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश की तर्ज पर होंगे। इसी रणनीति के तहत श्री शाह ने चार राज्यों के 230 विधायकों को प्रदेश की हर विधानसभा की जिम्मेदारी दी है। जानकार बताते हैं कि यह सभी विधायक सात दिन में अपनी रिपोर्ट सीधे श्री शाह को सौपेंगे।
प्रवासी विधायकों ने ली बैठक | Vidhan Sabha Election
भाजपा जिला महामंत्री एवं विधायक प्रवास अभियान के प्रभारी कमलेश सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय विधायक प्रवास अभियान के अंतर्गत बैतूल जिले में महाराष्ट्र प्रान्त के सभी 5 विधायकों ने विधानसभा क्षेत्रों में बैठक एवं प्रवास किया।
मुंबई थाणे से विधायक संजय केलकर ने मुलताई विधानसभा के मासोद मण्डल,
पुणे से विधायक सिद्धार्थ सिरोले ने घोड़ाडोंगरी विधानसभा के शाहपुर में,
हिंगोली के विधायक ताना मुटकुले ने बैतूल विधानसभा के बडोरा मण्डल में,
अकोला विधायक रणधीर सावरकर ने भैंसदेही ग्रामीण मण्डल
बगलान जिला नासिक के विधायक दिलीप बोरसे ने आमला विधानसभा के सारनी में मण्डल पदाधिकारी, विधानसभा संचालन टोली, शक्तिकेन्द्र टोली एवं विभिन्न श्रेणी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।
महाराष्ट्र के विधायकों ने बैतूल जिले में बूथ स्तर तक भाजपा संगठन की संरचना एवं सक्रियता की सराहना की। चुनाव में प्रचंड विजय के लिए पहले से कमर कस चुके जिले के कार्यकर्ता अन्य राज्य से आये विधायकों से प्रेरित होकर दुगने उत्साह से संगठन के कार्य में जुट गए हैं।