5 साल में YSR कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया
Use of animal fat: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम में पशु चर्बी मिलाने का गंभीर आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है। नायडू ने आरोप लगाया कि YSR कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने पिछले पांच वर्षों में तिरुमाला की पवित्रता को प्रभावित किया और अन्नदानम (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया। उन्होंने कहा कि तिरुमाला के प्रसाद में घी की जगह पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया, लेकिन अब उनकी सरकार ने प्रसादम में शुद्ध घी का उपयोग शुरू किया है।इस पर प्रतिक्रिया देते हुए YSR कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद YV सुब्बा रेड्डी ने नायडू के आरोपों को “निंदनीय” बताया।
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उन्होंने कहा कि नायडू ने तिरुमाला मंदिर और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई है और इसे राजनीतिक लाभ के लिए उठाया गया कदम करार दिया। रेड्डी ने नायडू को चुनौती देते हुए कहा कि वे और उनका परिवार तिरुमाला प्रसाद के मामले में भगवान को साक्षी मानकर शपथ लेने को तैयार हैं, और पूछा कि क्या नायडू और उनका परिवार भी ऐसा कर सकते हैं?तिरुपति मंदिर, जो आंध्र प्रदेश के तिरुमाला पहाड़ियों पर स्थित है, भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है, जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। इस मंदिर से जुड़ी कुछ अनोखी मान्यताएँ हैं, जैसे यहाँ भक्त अपने बालों का दान करते हैं, जो पापों से मुक्ति का प्रतीक है। इसके अलावा, इस मंदिर में भगवान को चढ़ाए गए तुलसी पत्रों को भक्तों को प्रसाद के रूप में नहीं दिया जाता, बल्कि उन्हें मंदिर के कुएं में डाल दिया जाता है।यह मंदिर मेरू पर्वत की सात चोटियों पर स्थित है, जिन्हें शेषनाग के सात फनों का प्रतीक माना जाता है, और इन्हें शेषाद्रि, नीलाद्रि, गरुड़ाद्रि, अंजनाद्रि, वृषटाद्रि, नारायणाद्रि और व्यंकटाद्रि के नाम से जाना जाता है।
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