बैतूल- Train Me Marpeet – रविवार की शाम स्वर्णजयंती एक्सप्रेस में रिटायर्ड फौजी से पेंट्री कार मैनेजर और अन्य ने मारपीट की घटना सामने आई । घायल पूर्व सैनिक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है । जीआरपी ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है ।
बैतूल जीआरपी को सूचना मिली की स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में विवाद हो गया है और पैंट्री कार स्टाफ ने पूर्व सैनिक के साथ मारपीट की । ट्रेन जैसे ही बैतूल स्टेशन पर पहुची तो जीआरपी ने घायल पूर्व सैनिक और पैंट्री कार स्टाफ के साथ कुछ अन्य लोगों को बैतूल में उतार लिया । घायल पूर्व सैनिक को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया ।

Train Me Marpeet – स्वर्णजयंती एक्सप्रेस में पेंट्रीकार वेंडरों ने रिटायर्ड फौजी के साथ की मारपीट
दरअसल पूर्व सैनिक विलास नाइक अपनी पत्नी और बच्चे के साथ हजरत निजामुद्दीन से विशाखापटनम जा रहे थे । किसी विवाद को लेकर ट्रैन में लगभग आधा घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा । पैंट्री कार मैनेजर ने आकर विलास नाइक से बात की तो हाथापाई की नौबत आ गई और पैंट्री कार के लड़कों ने रिटायर्ड फौजी विलास नाइक के साथ मारपीट कर दी ।
पैंट्री कार मैनेजर हरवेश श्रीवास्तव का कहना है कि जब हम विलास नाइक को हटाने के लिए गए तो उन्होंने हमारे साथ मारपीट कर दी और गर्दन पर चोट लगी है। इसी को लेकर हमारे लड़कों ने उनको मार दिया जिससे उनकी नाक में खून आ गया था । इसके बाद विलास नाइक अपने आप को मारना शुरू कर दिया और फिर सीट पर सिर पटकना शुरू कर दिया ।
Train Me Marpeet – स्वर्णजयंती एक्सप्रेस में पेंट्रीकार वेंडरों ने रिटायर्ड फौजी के साथ की मारपीट
ट्रैन में यात्रा कर मुजकिर अहमद का कहना है कि हम लोग नमाज पढ़ रहे थे वह जानबूझकर आकर खड़े हो गए और बोले हमको टॉयलेट जाना है । हमने बोला कि आप बाजू से निकल जाओ लेकिन बोले हम यहीं से निकलेंगे नमाज पढ़ने के बाद हम उठकर अपनी सीट पर बैठ गए इसके बाद उन्होंने पैंट्री कार के लड़कों को रोक लिया और उनसे विवाद हो गया लड़कों ने उनके साथ मारपीट कर दी ।
बैतूल जीआरपी चौकी प्रभारी एनएस ठाकुर का कहना है कि पैंट्री कार और रिटायर्ड फौजी के बीच झगड़ा हो गया था फौजी को चोट लग गई थी नाक में खून आ गया था अस्पताल में भर्ती कराया गया है घटना की जांच की जा रही है । पेंट्रीकार मैनेजर सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है ।
मारपीट से घायल हुए विलास नाईक का कहना है कि स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से हजरत निजामुद्दीन से विशाखापटनम जा रहा था ट्रेन में रास्ते में बैठकर कुछ मुस्लिम भाई नमाज पढ़ रहे थे । जिसमें वहां से निकलने में दिक्कत हो रही थी इसी को लेकर बात हुई मैं अभी रास्ते में बैठकर प्रार्थना करने लगा और पैंट्री कार स्टाफ के लोगो ने आकर हम को हटाने की कोशिश की इसी विवाद में उन्होंने हमारे साथ मारपीट की गई ।