Gold Silver Price – आने वाले समय में सोने की कीमत में तेजी आ सकती है। सोने का भाव रिकॉर्ड हाई पर पहुंंच सकता है। दरअसल, जानकारों और ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि दुनियाभर के बाजारों में बिकवाली के बाद निवेशक अपना निवेश सोना में एक बार फिर से बढ़ा रहें हैं। इसके चलते सोने के भाव में तेजी आ सकती है। फिच द्वारा अमेरिकी की रेटिंग घटाने से निवेशक सोने और डॉलर की ओर रुख कर रहे हैं। इससे सोने की कीमत बढ़ेगी। ऐसे में सोने में निवेश का अभी सुनहरा मौका है।
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सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी प्रमुख हरीश वी. का कहना है कि फिच द्वारा अमेरिकी सरकार की क्रेडिट रेटिंग घटाए जाने के बाद सोने की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा, “आमतौर पर, आर्थिक अनिश्चितताओं और डॉलर की अस्थिरता का सोने की कीमत और मांग पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि इसे एक सुरक्षित-संपत्ति माना जाता है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की रेटिंग घटने से निवेशक अपना पैसा बुलियन जैसी अपेक्षाकृत सुरक्षित संपत्तियों में लगाने के लिए प्रेरित होते हैं।”
62 हजार तक जा सकता है भाव
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी ने कहा कि फिच द्वारा अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग को डाउनग्रेड करने से सोने की कीमतों में सुरक्षित निवेश की मांग के कारण सकारात्मक तेजी देखी गई है, जो वैश्विक वित्तीय बाजारों की स्थिरता और सोने के आकर्षण में शरण लेने वाले निवेशकों की बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है। चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध, महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और अब अमेरिकी ऋण संकट जैसे कई संकटों के बाद, अनिश्चितता के समय में धन आवंटित रखने के लिए सोना निवेशकों की शीर्ष सूची में होगा। उन्होंने कहा कि मोटे तौर पर सोने को 58000 का समर्थन मिलने की संभावना है, भले ही डॉलर में तेजी के कारण हाजिर सोना कमजोर प्रदर्शन करता हो, लेकिन रुपये में गिरावट से घरेलू सोने की कीमतें निकट अवधि में 60000-62000 के स्तर पर सकारात्मक रहेंगी।
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फिच ने रेटिंग को एएए से घटाकर एए+ किया
फिच रेटिंग ने अपनी अमेरिकी ऋण रेटिंग को एएए से घटाकर एए+ कर दिया है। रेटिंग में गिरावट अगले तीन वर्षों में अपेक्षित राजकोषीय गिरावट, उच्च और बढ़ते सरकारी ऋण बोझ को दर्शाती है।