Swastik Kaise Banayein – हमरा देश धार्मिक मान्यताओं से पारी पूर्ण है अगर हम बात करें पूजा अर्चना की तो पुराणों में ये मान्य है की किसी भी शुभ कार्य या पूजा पाठ की शुरुआत स्वस्तिक बना कर की जाती है। सभी लोग अपने तरीके से स्वस्तिक बनाते है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है की स्वस्तिक बनाने का सही तरीका क्या है और इसमें बानी रेखाओं का मतलब क्या है? आइए आज जानते है की आखिर किस तरह से एक स्वस्तिक को बनाया जाता है और इसमें बनी रेखाओं का मतलब क्या होता है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला ने स्वास्तिक बनाते वक्त हर एक चीज का महत्व बताया. इस दौरान यूजर्स ने काफी रुचि दिखाई और इसे समझने की कोशिश की. यही वजह है कि यह काफी पसंद किया जा रहा है.
इस तरह से बनाएं सही स्वस्तिक(Swastik Kaise Banayein)
चलिए जानते हैं आज कि स्वास्तिक बनाना आखिर कैसे सही होता है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि महिला एक पीतल के बर्तन के ऊपर रूई के जरिए हाथ से स्वास्तिक बना रही और इसके महत्व को भी साझा कर रही है.इसके अर्थ को समझना भी बेहद जरूरी है. सबसे पहले सीधे लाइन खींचना चाहिए और इसके बीचों-बीच के स्थान होता है ब्रह्म का, इसलिए कभी भी इसके लाइन को कट नहीं करना चाहिए. जब आप चार लाइनों बना लें तो इसके अर्थ होता है- धर्म, मोक्ष, काम और अर्थ. इसके बाद इनके आखिर की लाइनों को क्लॉकवाइज आधी दूरी तक बढ़ा दें. याद रहे लाइन को एंटी-क्लॉक वाइज नहीं खींचेंगे. इनका भी अर्थ होता है- सालोक्य, सामीप्य, सायुज्य और सारुप्य.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो (Swastik Kaise Banayein)
इसके बाद आप इस स्वास्तिक के चारों लाइनों को थोड़ा बढ़ाते हैं, जिसका अर्थ होता है अहंकार, मन, चित्त और बुद्धि.आखिर में लाइनों के बीच मौजूद चार खानों के बीच एक-एक करके चार बिंदु लगाते हैं, जिसका अर्थ है- समर्पण, प्रेम, विश्वास और श्रद्धा. यही पूर्ण स्वास्तिक होता है. इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को rubybajpaiofficial नाम के अकाउंट द्वारा शेयर किया गया है और लोगों को यह वीडियो काफी पसंद आ रहा है. अभी तक इस वीडियो साढ़े छह लाख से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है.