छिंदवाड़ा में ठेकेदार की शिकायत पर हुई थी कार्यवाही
Suspend: बैतूल। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में 2 दिन पहले सिर्फ दो कार्यपालन यंत्री के तबादले का आदेश जारी हुआ था जिसमें बैतूल में पदस्थ आरएल सेकवार का तबादला भोपाल किया गया और उनकी जगह भोपाल में ही पदस्थ मनोज कुमार बघेल को बैतूल का प्रभारी कार्यपालन यंत्री बनाया गया है। श्री बघेल ने कल पदभार ग्रहण कर लिया है और आरएल सेकवार रिलीव हो गए हैं। बैतूल में पदस्थ हुए श्री बघेल 6 माह पहले छिंदवाड़ा में सस्पेंड हो चुके हैं। उनकी पदस्थापना के बाद निलंबन आदेश की प्रति भी सोशल मीडिया पर आ गई है।
बैतूल में विवादित कार्यशैली के कुछ अधिकारियों की पदस्थापना को लेकर चर्चा हो रही है कि आखिर बैतूल में ऐसे अधिकारियों की पदस्थापना क्यों कराई जाती है जो विवादों में रहते हैं। इनमें से एक पीएचई के प्रभारी कार्यपालन यंत्री मनोज कुमार बघेल हैं जिन्हें 20 मार्च 2024 को छिंदवाड़ा में सस्पेंड किया गया था। बताया जाता है कि जल जीवन मिशन के कार्यों में हुई शिकायतों के बाद उपसचिव ने इन्हें सस्पेंड किया था। 6 महीने बाद ही उनको नया जिला मिल गया है।
श्री बघेल पर आरोप था कि जल जीवन मिशन के कार्यों की आमंत्रित निविदा में मनमाने ढंग से शर्त लगाने के संबंध में मेसर्स बीजे एसोसिएट्स द्वारा उनकी शिकायत की गई थी। शिकायत में बताया गया कि शिकायतकर्ता की निविदा को तकनीकी रूप से अपात्र कर उनकी निविदा नहीं खोली गई। जब इसकी शिकायत हुई और मामले की जांच खण्ड स्तरीय निविदा जांच समिति के द्वारा की गई तो उनकी निविदा तकनीकी रूप से पात्र पाई गई। बताया जाता है कि ई निविदाओं में शासन के आदेशों के विपरित निविदा पूर्व अर्हता की शर्त को रखा गया था। शासन ने उनके इस कृत्य को मनमानी मानते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था लेकिन उन्होंने स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया।
निलंबन के दौरान श्री बघेल को मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जबलपुर परिक्षेत्र में पदस्थ किया गया था। बहाली के बाद श्री बघेल की पदस्थापना कार्यालय मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी परिक्षेत्र भोपाल में की गई थी। अब उनको बैतूल में प्रभारी कार्यपालन यंत्री के रूप में पदस्थ किया गया है। उनकी पदस्थापना को लेकर जिले में जल जीवन मिशन में कार्य कर रहे ठेकेदारों में उनके इस कार्य की चर्चा हो रही है। जिसमें ठेकेदार को परेशान किया गया था।