Strange : दूसरो को स्वस्थ्य करने वाला कैसे हो गया बीमार?

डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा अस्पताल

मुलताई – नगर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी का मुद्दा अब गर्माता जा रहा है। अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण ना तो सिजेरियन ऑपरेशन हो पा रहे हैं और ना ही मरीजों का ठीक तरह से उपचार हो पर हो पा रहा है। मुलताई का अस्पताल रेफर केंद्र बनकर रह गया है। एक भी विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने से लोगों में भारी आक्रोश है।

डॉक्टरों की नियुक्ति करने की मांग

भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग मंडल के अध्यक्ष बब्बल सेवतकर ने मुलताई के सरकारी अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना की मांग की है। बब्बल सेवतकर ने बताया कि इस मामले को लेकर उनके द्वारा सीएमएचओ से चर्चा की जाएगी और एक ज्ञापन सौंपकर उनसे मांग की जाएगी कि मुलताई के सरकारी अस्पताल में जल्द से जल्द विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त की जाए।

महिलाओं को करना पड़ता है रेफर

भाजपा नेता बबल सेवतकर ने बताया कि अस्पताल में डॉक्टरों की इतनी भारी कमी है कि हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को मुलताई के सरकारी अस्पताल से बैतूल रेफर करना पड़ता है। मुलताई में यदि महिलाओं को सिजेरियन ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ती है तो यहां ऑपरेशन तक नहीं हो पाता और उन्हें प्रसव पीड़ा के दौरान बैतूल भेजा जाता है। जिससे कई बार गर्भवती महिलाओं की एवं गर्भस्थ शिशु की मौत भी हो चुकी है।

लाखों की ओटी पड़ी है बेकार

मुलताई के सरकारी अस्पताल में लगभग 5 साल पहले लाखों रुपए की लागत से ऑपरेशन थिएटर बनाया गया था, लेकिन यहां पर विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने से यह ऑपरेशन थिएटर किसी काम में नहीं आ रहा है।ऑपरेशन थिएटर में लाखों रुपए की मशीनें एवं दवाइयां उपलब्ध हैं,लेकिन डॉक्टर नहीं होने से मुलताई का सरकारी अस्पताल रेसलर केंद्र बनकर रह गया है।

Leave a Comment