Variety Of Soybean: सोयाबीन की ये किस्में करेंगी किसानों को मालामाल Soyabean बम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं जिससे आपको शानदार मुनाफा देखने को मिल सकता है। ये किस्में आपको बहुत ही अच्छी पैदावार देती है किसानों को अपनी आमदनी में काफी बढ़ोतरी मिलती है और उनकी आय में वृद्धि हो जाती है।
सोयाबीन की उन्नत किस्म और बम्फर फायदे वाली ये है किस्मे जो किसानो को करती है माला मॉलबम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं जिससे आपको शानदार मुनाफा देखने को मिल सकता है। ये किस्में आपको बहुत ही अच्छी पैदावार देती है किसानों को अपनी आमदनी में काफी बढ़ोतरी मिलती है और उनकी आय में वृद्धि हो जाती है।
MCS 1407 Variety कराएगी बम्पर पैदावार
इस किस्म से किसानों को मोटी आय मिल रही है। यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्वी राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है इस किस्म की उत्पादन क्षमता 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है और यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, और डिफोलिएटर जैसे प्रमुख कीटों के लिए प्रतिरोधी है। जिससे ये कीटों से बचाव करती है। इस किस्म को बुवाई की तारीख से परिपक्व होने में 105 दिन लगते हैं। जिसके कारण ये साधारण सोयाबीन से ज्यादा जल्दी तैयार हो जाती है। इसके बीजों में 19.81 प्रतिशत तेल सामग्री, 40 प्रतिशत प्रोटीन सामग्री होती है।
JS 2034 सोयाबीन की इस किस्म से होगा किसानों को बहुत फायदा
सोयाबीन की ये किस्म भी सबसे खास है इसका उत्पादन काफी ज्यादा होता है। इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद और फली चपटी होती है। कम वर्षा होने पर भी यह किस्म अच्छा उत्पादन देती है। जिस कारण किसान इसकी खेती करना पसंद करते हैं। सोयाबीन JS 2034 किस्म का उत्पादन करीब एक हेक्टेयर में 25-26 क्विंटल तक होती है। फसल 80-90 दिनों में पक जाती है। इसकी फसल सबसे कम दिनों में तैयार हो जाती।
फुले संगम/KDS 726
इस किस्म की क़्वालिटी बहुत ज्यादा अच्छी होती है। इसका पौधा अन्य पौधों की तुलना में बड़ा और मजबूत होता है। इसमें 3 दानों की एक फली होती है। इसका दाना काफी मोटा होता है, जिससे उत्पादन में इसका दोहरा लाभ होगा। किसान इस फसल को लगाकर काफी मोटा मुनाफा कमा रहे है।
इस किस्म की क़्वालिटी बहुत ज्यादा अच्छी होती है। इसका पौधा अन्य पौधों की तुलना में बड़ा और मजबूत होता है। इसमें 3 दानों की एक फली होती है। इसका दाना काफी मोटा होता है, जिससे उत्पादन में इसका दोहरा लाभ होगा। किसान इस फसल को लगाकर काफी मोटा मुनाफा कमा रहे है। इस किस्म की परिपक्वता अवधि 100 से 104 दिनों की होती है। जिससे ये फसल केवल 100 दिनों के बाद ही बाजारों में बेचीं जा सकती है। फुले संगम KDS 726 की उच्च तकनीक की खेती पर इस किस्म का उत्पादन 35-45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज देखी गई है। जो कि अन्य फसलों से काफी अधिक है। इस किस्म की तेल सामग्री 18.42 प्रतिशत है। इससे तेल भी काफी ज्यादा निकल जाता है।
इस किस्म की परिपक्वता अवधि 100 से 104 दिनों की होती है। जिससे ये फसल केवल 100 दिनों के बाद ही बाजारों में बेचीं जा सकती है। फुले संगम KDS 726 की उच्च तकनीक की खेती पर इस किस्म का उत्पादन 35-45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज देखी गई है। जो कि अन्य फसलों से काफी अधिक है। इस किस्म की तेल सामग्री 18.42 प्रतिशत है। इससे तेल भी काफी ज्यादा निकल जाता है।
प्रताप सोया-45 (RKS -45)
इस किस्म में कीड़े लगने की सम्भावना कम होती है यह किस्म 30 से 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देती है। सोयाबीन की इस किस्म में तेल की मात्रा 21 प्रतिशत और प्रोटीन की मात्रा 40-41 प्रतिशत होती है। इस किस्म में तेल की मात्रा सबसे अधिक रहती है। यह किस्म 90-100 दिनों में पक जाती है। इस किस्म में ज्यादा पानी की भी आवश्यकता नहीं होती।
सोयाबीन की उन्नत किस्म और बम्फर फायदे वाली ये है किस्मे जो किसानो को करती है माला मॉल