Rice: मध्य प्रदेश में इस साल अच्छे मानसून के चलते धान की फसल का बंपर उत्पादन होने की संभावना है। पिछले साल की तुलना में इस साल धान का उत्पादन 2.25 लाख टन अधिक, यानी करीब 72.40 लाख टन होने का अनुमान है। इसका मुख्य कारण धान का बढ़ा हुआ रकबा और अनुकूल मौसम है।हालांकि अधिक उत्पादन के चलते इस साल नॉन-बासमती चावल की कीमतें गिर गई हैं। पिछले साल नॉन-बासमती चावल की कीमतें 3500 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल थीं, जो इस साल घटकर 2500 से 3000 रुपए प्रति क्विंटल तक आ गई हैं। ऐसे में किसानों को राहत के लिए अब निर्यात से उम्मीद है। केंद्र सरकार ने हाल ही में नॉन-बासमती चावल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है, जिससे किसानों को बेहतर दाम मिलने की संभावना है।धान, ज्वार, और बाजरा की सरकारी खरीद के लिए इस साल कुल 7.85 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है, जबकि पिछले साल यह संख्या 7.54 लाख थी। धान की सरकारी खरीद प्रक्रिया 2 दिसंबर से शुरू होगी। राज्य की मंडियों में वर्तमान में चावल की कीमतें 2600 से 3275 रुपए प्रति क्विंटल के बीच हैं, जबकि पिछले साल इसी समय ये कीमतें 3500 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल तक थीं। सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है, लेकिन किसानों की मांग है कि सरकार चुनावी वादे के अनुसार इसे 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीदे।
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