लोगों को लंबा चक्कर लगाकर जाना पड़ रहा है शौचालय
Public toilet: बैतूल। खुले में शौच को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घरों में शौचालय बनाने और सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय सुलभ काम्प्लेक्स बनाए जाने की योजना को बैतूल का जिला अस्पताल प्रबंधन पलीता लगाता नजर आ रहा है। जिला अस्पताल परिसर में बने सार्वजनिक शौचालय को तीन तरफ से झाड़ियों से घेर दिया गया है जिससे सार्वजनिक शौचालय का रास्ता बंद हो गया है। अब शौचालय के उपयोग के लिए मरीजों के परिजनों को मुख्य द्वार से लंबा चक्कर लगाते हुए वहां पहुंचना पड़ता है। जिला अस्पताल प्रबंधन की मनमानी को लेकर खासी नाराजगी लोगों में देखी जा रही है।
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लगा दी झाड़िया
जिला अस्पताल परिसर में करोड़ों रुपए की लागत से चाइल्ड एण्ड मेटरनिटी हास्पिटल का निर्माण हुआ है। और इस हास्पिटल के ही सामने पहले सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था। इसको बनाने के पीछे मंशा थी कि जिले भर से जो मरीज जिला अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं उनके परिजनों को शौच जाने और नहाने के लिए परिसर में ही सार्वजनिक शौचालय बनाया जाए। अब जिला अस्पताल प्रबंधन ने नवीन हास्पिटल भवन के सामने से आने वाले रास्ते को बंद करने के लिए झाडिय़ां लगा दी है। वहीं सीएमएचओ कार्यालय से जिला अस्पताल आने वाले रास्ते पर सुलभ शौचालय के पीछे झाडिय़ां लगा दी है। अब सार्वजनिक शौचालय जाने के लिए सिर्फ नेहरू पार्क के सामने वाले गेट ही एक मात्र रास्ता है। अब लोगों को शौचालय के उपयोग के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है।
अस्पताल परिसर स्वच्छ और सुंदर हो
जिला अस्पताल परिसर में सार्वजनिक शौचालय के तीन रास्ते बंद करने के लिए लगाई गई झाडिय़ों से वहां पर कचरा एकत्रित हो रहा है और नए हास्पिटल की सुंदरता पर भी असर पड़ रहा है। सांध्य दैनिक खबरवाणी ने समाजसेवी मनीष दीक्षित से चर्चा की तो उनका कहना है कि जिला अस्पताल में पूरे जिले से मरीज इलाज कराने आते हैं। परिसर सुंदर होना चाहिए और स्वच्छ भी होना चाहिए। सार्वजनिक शौचालय के तीनों तरफ झाडिय़ां लगाना ठीक नहीं है। अगर रास्ता बंद करना है तो उसे तरीके से किया जाए। वैसे अस्पताल परिसर की तरफ से रास्ता बंद भी नहीं होना चाहिए क्योंकि सार्वजनिक शौचालय का उपयोग मरीजों के अटेंडर करते हैं और उन्हें यहां जाने में काफी दिक्कतें होगी।
इनका कहना…
सार्वजनिक शौचालय के गेट खोलने के लिए बोल दिया गया था कि यहां से एक-दो लोग आसानी से निकल सके। अगर झाडिय़ां लगाई गई हैं तो इसको दिखवाया जाएगा।
डॉ. रूपेश पद्माकर, आरएमओ, जिला अस्पताल, बैतूल
तीनों तरफ से गेट बंद कर दिए गए हैं जिससे लोगों को आने में दिक्कत हो रही है।
अवधेश सिंह, मैनेजर, सुलभ काम्प्लेक्स, बैतूल
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