Politics : नरेश फाटे ने पंचायत चुनाव से की तौबा, नहीं लड़ेंगे चुनाव

बोले- नए लोगों को मिलना चाहिए मौका

बैतूल – पंचायत चुनाव को लेकर राजनैतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। लम्बे समय बाद बैतूल जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनारक्षित है, जिसको लेकर अध्यक्ष बनने की चाह में भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मैदान में आ गए हैं। ऐसे में पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष और भाजपा में मजबूत पकड़ रखने वाले नरेश फाटे ने पंचायत चुनाव से तौबा कर ली है।

राजनैतिक गलियारों में उनका नाम जिला पंचायत अध्यक्ष के संभावित उम्मीदवारों में चल रहा था। ऐसे में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव ना लड़ने के निर्णय से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सांध्य दैनिक खबरवाणी ने जब उनसे चुनाव नहीं लड़ने का कारण पूछा तो श्री फाटे ने बताया कि मैं पार्टी का सिपाही हूं। मैं पहली बार जिला पंचायत सदस्य वार्ड क्रमांक 20 से चुनाव लड़ा था और जीता था, इस बार इस क्षेत्र अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित हो गया है। पार्टी ने मुझे जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनने का मौका दिया था। अब मैं चाहता हूं कि नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। गौरतलब है कि श्री फाटे का राजनैतिक सफर लम्बा है।

युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष से राजनीति की शुरूआत करने के बाद दो बार महामंत्री और फिर जिला युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। खेल प्रकोष्ठ के जिला संयोजक, ग्रामीण विकास प्रकोष्ठ के कार्यकारिणी सदस्य, भाजपा के जिला मंत्री के अलावा कई चुनाव में प्रभारी बनने का उन्हें अवसर मिला है। वर्तमान में भी वे जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में पट्टन ब्लाक के प्रभारी है। उनके चुनाव न लड़ने को लेकर उनके समर्थकों में भले ही मायूसी आई हो लेकिन उनके चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर विराम लग गया है।

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