सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह और पन्ना जिले में भी अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश की संभावना
Petrochemical Complex: बुंदेलखंड अंचल के औद्योगिक विकास की दिशा में 27 सितंबर, शुक्रवार का दिन बेहद अहम रहेगा। इस दिन सागर में होने वाली रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में कई निवेश प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। बीना में भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा रिफाइनरी के विस्तार और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स के निर्माण में 49,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जो क्षेत्र में औद्योगिक विकास और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाएगा। साथ ही, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह और पन्ना जिलों में भी विभिन्न उद्योगों में निवेश की संभावनाएं देखी जा रही हैं।
प्रमुख निवेश और रोजगार के अवसर:
सागर जिले में पहले से ही 206 औद्योगिक इकाइयां कार्यरत हैं, जिनमें 211 करोड़ रुपये के निवेश से 4,789 लोगों को रोजगार मिल रहा है। भारत पेट्रोलियम द्वारा बीना रिफाइनरी में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश पहले ही किया जा चुका है, जिससे 4,000 लोगों को रोजगार मिला है। अब इसके विस्तार के लिए 49,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश प्रस्तावित है।
छतरपुर जिले के ग्राम ढढारी में 131 एकड़ भूमि पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। खाद्य प्रसंस्करण, खनिज आधारित उद्योग और इंजीनियरिंग वर्क्स जैसे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नए औद्योगिक क्षेत्रों का विकास किया जा रहा है।
टीकमगढ़ जिले में बेल मेटल और फर्नीचर क्लस्टर प्रस्तावित हैं, जबकि सुनोरा खिरिया, कारी खास और लिधौरा उगड़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं।निवाड़ी जिले में बबेड़ी जंगल और ग्राम जेर में भी औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हो रहा है।
दमोह जिले में मेसर्स जेएस डब्ल्यू सीमेंट द्वारा 3,000 करोड़ रुपये के निवेश से सीमेंट प्लांट का निर्माण प्रस्तावित है।
पन्ना जिले में अमानगंज में 2,000 करोड़ रुपये के निवेश से सीमेंट प्लांट और डायमंड बिजनेस पार्क की स्थापना होगी।
केन-बेतवा परियोजना का प्रभाव: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि केन-बेतवा परियोजना से बुंदेलखंड का औद्योगिक और कृषि परिदृश्य पूरी तरह से बदल जाएगा। इस परियोजना के माध्यम से औद्योगिक विकास को और अधिक गति मिलेगी, जिससे पूरे क्षेत्र में आर्थिक उन्नति के अवसर बढ़ेंगे।
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