पहले मध्य प्रदेश में बनी थी जज,5 लाख बांड भरते वक्त आया एक कॉल और खुल गयी पूरी किस्मत।

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जयपुर: पहले मध्य प्रदेश में बनी थी जज,5 लाख बांड भरते वक्त आया एक कॉल और खुल गयी पूरी किस्मत। राजस्थान न्यायिक सेवा में चयनित होकर जयपुर की तृप्ति जैन ने अपने परिवार का जयपुर में गौरव बढ़ाया है। तृप्ति जैन को राजस्थान में चौथी रैंक मिली है। तृप्ति को यह सफलता उसके पहले ही प्रयास में मिली है। तृप्ति के आरजेएस बनने की कहानी का एक रौचक पहलू भी है। दरअसल तृप्ती जैन का पिछले दिनों मध्य प्रदेश न्यायिक सेवा के लिए भी चयन हो गया था। ज्वॉनिंग के लिए तृप्ति अपने पापा के साथ भोपाल पहुंच गई थी। नियमों में मुताबिक, चयनित अभ्यर्थी को एक बांड भरना पड़ता है कि वह आगामी 3 साल तक नौकरी नहीं छोड़ेगा।

पहले मध्य प्रदेश में बनी थी जज,5 लाख बांड भरते वक्त आया एक कॉल और खुल गयी पूरी किस्मत।

तृप्ति भी 3 साल तक नौकरी न छोड़ने के लिए 5 लाख रुपए का बांड भरने वाली थी। तभी एक कॉल आई और उसकी किस्मत बदल गई। दरअसल जब तृप्ति बांड भरने जा रही थी तभी उसके पास जयपुर से कॉल पहुंचा। इसमें तृप्ति को बताया गया कि राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन ने आरजेएस का रिजल्ट घोषित कर दिया। इस रिजल्ट की टॉपर्स की सूची में उसका नाम चौथे नंबर पर दर्ज है।

मध्य प्रदेश सिविल जज सेवा में चयनित तृप्ति जैन ने 35 वीं रैंक हासिल की थी। अपने सलेक्शन को लेकर वह काफी खुश थी और 30 अगस्त को पिता के साथ भोपाल जाकर नौकरी ज्वॉइन करने वाली थी। नौकरी के लिए 5 लाख रुपए का बांड भरने से पहले ही आरजेएस का रिजल्ट आ गया। आरजेएस में कुल 120 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिनमें 71 युवतियां शामिल हैं। इस रिजल्ट में तृप्ति ने चौथी रैंक हासिल की। टॉप टेन चयनितों में 8 लड़कियां थी, जिनमें तृप्ति का नाम शामिल था। आरजेएस में चयनित होने की जानकारी मिलते ही तृप्ति ने एमपी न्यायिक सेवा का बांड नहीं भरा और जयपुर लौट आई।

तृप्ति के परिवार में हर कोई एडवोकेट
तृप्ति जैन मूलरूप से सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी की रहने वाली है पहले मध्य प्रदेश में बनी थी जज,5 लाख बांड भरते वक्त आया एक कॉल और खुल गयी पूरी किस्मत। लेकिन 25 साल से तृप्ति का पूरा परिवार जयपुर में रह रहा है। तृप्ति के दादा शिखरचंद सेठी वकील हैं। पिता शरद सेठी और छोटा भाई अपूर्व सेठी भी वकील हैं। पूरा परिवार वकालात के क्षेत्र में है। इसलिए तृप्ति को बचपन से कानूनी माहौल मिल गया। हिन्दी मीडियम की स्टूडेंट रही तृप्ति ने बीए और एलएलबी इंग्लिस मीडियम से किया। बाद में एलएलएम भी कंप्लीट किया। पहले ही प्रयास में आरजेएस में चयनित हो गई।

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