बड़े फर्जीवाड़े की पोल खुलने से मचा हडक़म्प – (भाग – 1)
बैतूल – Nursing College Fraud – सूबे में ऐन-केन-प्रकारेण नर्सिंग कॉलेज खोलकर विद्यार्थियों को जीएनएम और बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम पढ़ाने के नाम पर लाखों और करोड़ों रुपए का व्यापार खूब फल फूल रहा है। इस व्यापार की अगर तह तक जाएंगे तो आधे से अधिक नर्सिंग कालेजों पर ताला लटक सकता है। लेकिन प्रशासनिक सांठगांठ के चलते प्रदेश भर में इस तरह के कालेज कुकुरमुत्तों की मानिंद संचालित हो रहे हैं लेकिन कोई देखने वाला तक नहीं है। ऐसा ही एक मामला सामने आने पर हडक़म्प मचा हुआ है।
मान्यता के लिए अपना रहे हथकण्डे(Nursing College Fraud)
नर्सिंग कालेज की मान्यता के लिए पर्याप्त स्टाफ का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होता है। स्टाफ की शैक्षणिक योग्यता के अनुसार ही उन्हें नर्सिंग कालेज में रखा जाता है। प्रदेश में जितने नर्सिंग कालेज खुले हैं उसके अनुसार शैक्षणिक योग्यता वाले स्टाफ की बहुत कमी है। यही कारण है कि कई नर्सिंग कालेज मान्यता के लिए फर्जीवाड़ा करने से बाज नहीं आते हैं। इसके लिए दस्तावेजों में हेरफेर करने के साथ-साथ चुराने से भी पीछे नहीं रहते हैं। जब मामले की पोल खुलती है तो पहले दबाव और उसके बाद सेटिंग करने से भी पीछे नहीं रहते हैं।
एक नजर में पूरा मामला(Nursing College Fraud)
ऐसा ही एक फर्जीवाड़े की जब पोल खुली तो फर्जी आधार पर दस्तावेजों के सहारे रजिस्ट्रेशन प्राप्त कर नर्सिंग कालेज संचालित करने वाले दतिया के पीताम्बरा स्कूल ऑफ नर्सिंग के संचालकों के हाथ-पांव फूल गए हैं। पीताम्बा स्कूल ऑफ नर्सिंग कॉलेज के संचालकों ने बैतूल जिले के भैंसदेही निवासी रूपा मगरदे के रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज फर्जी तरीके से प्राप्त कर नए सत्र के लिए मान्यता भी प्राप्त कर ली। असल में मामला उस समय खुला जब राजा भोज नर्सिंग कालेज बैतूल में जीएनएम कोर्स की संबंद्धता नवीनीकरण हेतु रूपा मगरदे को उप प्राचार्य के पद के लिए दस्तावेज लगाए गए तो उन्हें एमपीएनआरसी से मैसेज आया कि आपके दस्तावेज पीताम्बरा स्कूल ऑफ नर्सिंग दतिया में लगे हुए हैं। जबकि एमएससी नर्सिंग की शैक्षणिक योग्यता प्राप्त रूपा मगरदे पिछले लंबे समय से राजा भोज नर्सिंग कालेज में अपनी सेवाएं अस्टिेंड प्रोफेसर के रूप में दे रही हैं।
शिकायत ना करने का बनाया जा रहा दबाव(Nursing College Fraud)
रूपा मगरदे ने पीताम्बरा स्कूल ऑफ नर्सिंग दतिया के प्रबंधन से उनके मोबाइल पर फोन करके पूछा कि उन्हें उनके दस्तावेज कैसे प्राप्त हुए हैं जिसके आधार पर मान्यता का नवीनीकरण कराया है तो उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज हमें पीपुल्स नर्सिंग कालेज भोपाल से किसी व्यक्ति प्राप्त हुए हैं। रूपा मगरदे ने पीपुल्स नर्सिंग कालेज के प्राचार्य से बात तो उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा इस तरह से आसानी से दस्तावेज नहीं जा सकते हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। इस प्रक्रिया के दौरान ही दतिया से रूपा मगरदे को फोन आया कि आप शिकायत मत करो, आप पैसे बोले कितने चाहिए? बात करके पैसे दे देता हूं।