नर्मदापुरम – – नागपुर भोपाल हाईवे पर सुखतवा में ब्रिटिश हुकूमत में बना पुल टूटने में मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया। हादसे के 37 दिनों बाद केसला पुलिस ने ट्राला के ड्राइवर के खिलाफ लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज किया। अतिरिक्त तहसीलदार दीप्ति चौधरी की रिपोर्ट पर केस दर्ज किया गया है। इधर 37 दिनों बाद ट्राले को भी नदी से बाहर निकाला गया है। तीन हिस्सों में ट्राला निकाला गया। अब ट्रांसफार्मर निकालने की कवायद शुरू होगी। बांबे और पुणे से आई टीम ट्राले और ट्रांसफार्मर निकालने में जुटी है।
138 चक्के वाला ट्राला गुजरने से हुआ था हादसा
सुखतवा में माचना नदी के पुल को ब्रिटिश हुकूमत में 157 साल पहले बनाया गया है। 10 अप्रैल को 127 टन के ट्रांसफार्मर को लेकर 138 चक्के का ट्राला हैदराबाद से इटारसी आ रहा था। ट्राले को पुल से निकालने की अनुमति नहीं थी। ट्राले के वजन से पुल का आधा हिस्सा भरभरा कर ढह गयाहै। जिसके बाद औबेदुल्लागंज-बैतूल नेशनल हाइवे पर यातायात पुरी तरह बंद हो गया। बैतूल आने–जाने के लिए टिमरनी, ढेकना परिवर्तित मार्ग से यातायात शुरू कराया। परिवर्तित मार्ग से बैतूल से नर्मदापुरम 200 किमी है। 3 दिन बाद छोटे वाहन, बस और इमरजेंसी वाहन को सुखतवा नदी के कच्चे रास्ते से निकाल यातायात शुरू कराया। लोडिंग वाहन परिवर्तित मार्ग से ही निकलते रहे। 32 दिन बाद अस्थायी पाइप वाले पुल से यातायात शुरू कराया गया।