बैतूल{Nadi ke beech fasi bus} – इस बारिश में पहली बार सतपुड़ा डैम के सात गेट खोलने के कारण तवा नदी में अचानक पानी बढ़ने से कच्चे मार्ग पर फंसी बस नदी में बहने से बच गई। हालांकि इस दौरान बस में न तो यात्री सवार थे और न ही चालक ही मौजूद था।
सारनी एसडीओपी रोशन जैन ने बताया कि गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे पाथाखेड़ा से चोपना के शक्तिगढ़ के बीच चलने वाली यात्री बस को चालक लेकर जा रहा था। नांदिया घाट में पुल का निर्माण कार्य चल रहा है इस कारण से वाहनों की आवाजाही पुराने कच्चे मार्ग से होती है।
वर्षा के कारण कच्चे मार्ग पर कीचड़ होने से नदी के किनारे बस फंस गई। चालक बस को निकालने के लिए ट्रैक्टर की व्यवस्था करने के लिए गांव चला गया और इसी दौरान नदी में पानी बढ़ने से मिट्टी का कटाव हुआ और बस कुछ दूर बहते हुए निर्माणाधीन पुल के पिलर से जाकर टकराकर रूक गई।
जैन ने बताया कि बस बहने जैसी कोई बात नही है और न ही उसमें कोई सवारी मौजूद थी। शाम को पानी कम होने पर ट्रैक्टर की मदद से बस को नदी से बाहर निकाला गया। उल्लेखनीय है कि सारनी से चोपना पुनर्वास क्षेत्र जाने वाले मार्ग पर तवा नदी पर बेहद नीचा रपटा बना हुआ है।
वर्तमान में यहां पर पुल का निर्माण चल रहा है इस कारण से दोनों किनारों पर मिट्टी फैली हुई है। सुबह नदी में पानी बेहद कम था लेकिन बस का पहिया मिट्टी में धंस गया था। जब तक उसे निकाला जाता उसके पहले ही नदी में पानी का स्तर बढ़ गया जिससे बस कुछ दूर बहकर निर्माणाधीन पुल के पिलर से रूक गई।