बारिश में मौसम में मक्का की खेती से कमाएँ लाखों रुपये, देखे ये किस्मे

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मक्का की खेती से कमाएँ लाखों रुपये

बारिश में मौसम में मक्का की खेती से कमाएँ लाखों रुपये, देखे ये किस्मे, मक्का भारत में एक महत्वपूर्ण फसल है, जिसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। इसका सीजन शुरू हो गया है और किसानों ने इसकी खेती की तैयारी कर ली है। मक्का की बुवाई करके किसान लाखों रुपये कमा सकते हैं।

मक्के की ये किस्में करवायेगी लपक कमाई

मक्के की खेती से लाखों लोगों को भोजन और जानवरों को चारा मिलता है। अच्छी पैदावार के लिए किसानों को बेहतर बीज चुनना चाहिए। यहां कुछ अच्छी मक्के की किस्में बताई गई हैं जिनसे वे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इससे किसानों को आसान समझ होगी और वे अच्छे फैसले ले पाएंगे।

मक्का की खेती। एचएम-11

एचएम-11 मक्का की एक विशेष किस्म है जो देर से पकती है। इसे पकने में आमतौर पर 95 से 120 दिन का समय लगता है। इसकी खासियत यह है कि यह बीमारियों के संक्रमण से कम प्रभावित होती है और अधिक मात्रा में उत्पादन करती है। यह किस्म उत्तर प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे इलाकों में मशहूर है। किसानों को एचएम-11 से 70 से 90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उच्च पैदावार की उम्मीद है। इसके अलावा, यह किसानों को संक्रमणों का प्रतिरोध करने में मदद करती है जिससे खेती की लागत कम होती है।

मक्का की खेती। एस पीवी-1041 (SPV-1041)

एस पीवी-1041 एक प्रकार का मक्का है जिसे मध्य प्रदेश में उगाया जाता है। इसके दाने सफेद रंग के होते हैं। इस मक्के की फसल को पकने में लगभग 110 से 115 दिन का समय लगता है और किसानों को औसतन लगभग 30 से 32 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार मिलने की संभावना है। पुसा विवेक हाइब्रिड 27 इम्प्रूव्ड एक तेजी से पकने वाली मक्के की किस्म है जो सिर्फ 84 दिनों में पक जाती है। इसे 2020 में लॉन्च किया गया था और यह अपने उच्च प्रोटीन की मात्रा के लिए प्रसिद्ध है। इसका व्यापक रूप से पशु आहार उत्पादन के साथ-साथ प्रोटीनक्स जैसे उत्पादों के निर्माण में उपयोग किया जाता है। यह किसानों को कम लागत पर उच्च पैदावार की क्षमता प्रदान करता है।

मक्का की खेती। डी-941 (D. 941)

डी-941 हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में उगाई जाने वाली एक विशेष मक्के की किस्म है। इसे पकने में लगभग 80 से 85 दिन का समय लगता है और किसानों को लगभग 40 से 45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उच्च पैदावार की उम्मीद होती है। प्रकाश-जेएच 3189 एक शुरुआती पकने वाली हाइब्रिड मक्के की किस्म है जिसे पूरे भारत में उगाया जाता है। यह 80-85 दिनों में पक जाती है और किसानों को 40 से 45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार देती है।

मक्का की खेती। शक्तिमान

शक्तिमान मध्य प्रदेश में उगाई जाने वाली मक्के की एक किस्म है। इस किस्म के दाने नारंगी रंग के होते हैं और इन्हें पकने में लगभग 100 से 110 दिन का समय लगता है। किसानों को औसतन लगभग 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार मिलने की उम्मीद है। इन सभी मक्के की किस्मों का उपयोग करके किसान फसल उत्पादन बढ़ाकर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इसलिए सभी किसान भाइयों को सुझाव है कि वे अपनी पैदावार बढ़ाने और अधिक मुनाफा कमाने के लिए इनमें से किसी एक किस्म का चयन करें।

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