Legacy: महाकाल में दीपावली पर एक फुलझड़ी जलाकर निभाएंगे परंपरा

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Legacy: ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में इस साल 31 अक्टूबर को तड़के 4 बजे भस्म आरती में दीपावली का उत्सव मनाया जाएगा। भगवान महाकाल को केसर और चंदन का उबटन लगाकर गर्म जल से स्नान कराया जाएगा, और इसके बाद अन्नकूट अर्पण कर एक फुलझड़ी के साथ आरती की जाएगी। दीपावली पर्व के चलते मंदिर में आकर्षक विद्युत और पुष्प सज्जा की जा रही है, और गर्भगृह के रुद्रयंत्र, चांदी की दीवारों और द्वार की सफाई भी शुरू हो गई है।इस बार मंदिर समिति ने गर्भगृह में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केवल शगुन के रूप में एक फुलझड़ी जलाने का निर्णय लिया है। होली पर गर्भगृह में आग लगने की घटना के बाद इस परंपरा में बदलाव किया गया है। पहले बड़ी संख्या में पुजारी और पुरोहित फुलझड़ी चलाते थे, जिससे कभी-कभी दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को धुएं से परेशानी होती थी। अब दीपावली की पांचों आरतियों में केवल एक-एक फुलझड़ी चलाई जाएगी, और आतिशबाजी पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। इस पर सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी रखी जाएगी।दीपावली के दौरान शहर के बाजारों में भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने फ्रीगंज, शहीद पार्क, मक्सी रोड, और अन्य प्रमुख 10 मार्गों पर सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।

 source internet साभार…