इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल होने पर मिल रही बधाई
मुलताई – मुलताई के चंचल सूर्यवंशी ने अपना दूसरा विश्व रिकॉर्ड बनाया है।पहला विश्व रिकॉर्ड 134 मिनट तक शीर्षसन करके 2016 में चंचल द्वारा बनाया गया था। इस बार चंचल ने नाक में 18 रबर डालकर रबरनेति का विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है।
चंचल सूर्यवंशी ने योग विषय में देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार (उत्तराखंड) से पढाई की है। उसके बाद देवराज अरस अकादमी ऑफ़ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च बंगलौर में योग विषय पर रिसर्च कर रहे हैं।
क्या है रबर नेति
रब्बर नेति क्रिया एक प्रकार की शुद्धि क्रिया हैं जिससे नासिका के अंदर की सफाई जाती हैं , इसका अभ्यास करने से साइनस रोग दूर होते हैं । आखो की रोशनी वृद्धि होती हैं । मानसिक बीमारिया दूर होती हैं, गले की समस्या दूर होती हैं द्य कफ सम्बन्धी बीमारियों का नाश होता हैं।
कैसे बनाया विश्व रिकॉर्ड
इस क्रिया में सबसे ज्यादा दोनों नाक से 18 रब्बर डालकर विर्श्व कीर्तिमान स्थापित किया हैं। चंचल सूर्यवंशी का यह दूसरा विश्व रिकॉर्ड हैं। पहला विश्व 2016 में 134 मिनट शीर्षासन करके विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था, इन्होने पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति योग के साथ-साथ पुरे भारत का नाम रोशन किया है।
माता-पिता और गुरु कृपा से बने रिकार्ड
चंचल अपनी कामयाबी का श्रेय माता-पिता, मामा नारायण खण्डाईंत, मौसी रामकला चौहान और अपने गुरुओ को देते है। जिन्होंने उन्हें मार्गदर्शन के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया। चंचल सूर्यवंशी लगातार योग विषय में रिसर्च का कार्य कर रहे हैं जिससे लोगो की परेशानियों को ख़तम किया जा सके।