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income tax notice – कियोस्क संचालक को 2 करोड़ 81 लाख का नोटिस

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इनकम टैक्स विभाग से मिले नोटिस के बाद युवक परेशान

income tax noticeबैतूल महज 7-8 हजार रुपए कमाने वाले युवक को इनकम टैक्स डिर्पाटमेंट से 2 करोड़ 81 लाख रुपए का नोटिस मिल जाए तो उसकी क्या हालत होगी? ऐसा ही एक युवक के साथ हुआ। जो कियोस्क संचालक है। और उसे महीने में 7 से 8 हजार रुपए कमीशन मिलता है। युवक को नोटिस मिलने के बाद उसके हाथ-पैर फूल गए और पूरा परिवार परेशान है। हालंाकि युवक इस मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के कमिश्रर कार्यालय में अपील कर रहा है।

वर्ष 2017-18 का मिला नोटिस | income tax notice

भीमपुर में बैंक मित्र योजना के तहत कियोस्क संचालक संजय अश्वारे को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से 2 करोड़ 81 लाख 24 हजार 380 रुपए टैक्स जमा करने का नोटिस मिला है। संजय अश्वारे का कहना है कि उसे एक नोटिस बैतूल कार्यालय से भेजा गया और तीन नोटिस भोपाल कार्यालय से आए हैं।

जब नोटिस देखा कि इतना टैक्स देना है तो अपने आप पर भरोसा नहीं हुआ। और इसकी जांच पड़ताल की तो पता चला कि यह नोटिस 2017-18 में निकाले गए टैक्स, पेनाल्टी और ब्याज तीनों का मिलाकर दिया गया है। संजय का कहना है कि जिस साल का नोटिस उसे मिला है उस समय कमीशन के रूप में बैंक से अधिकतम 8 हजार रुपए महीने ही मिल रहे थे। उसी साल रिटर्न भी जमा नहीं हुआ क्योंकि लगभग 6 महीने काम बंद था।

कमिश्रर कार्यालय में करेंगे अपील

2014 से कियोस्क संचालन का काम कर रहे संजय अश्वारे को पहली बार नोटिस मिला है। ना तो इसके पहले ना तो इसके बाद। जब संजय ने इसको कर सलाहकार से मदद ली तो पता चला कि कियोस्क संचालन के दौरान 1 करोड़ 78 लाख का लेनदेन हुआ था। इस लेनदेन में संजय का रुपया नहीं था यह राशि उपभोक्ताओं की थी। जिसे उसके खाते के द्वारा लेनदेन किया गया था। संजय अश्वारे इस मामले को लेकर इंकम टैक्स कार्यालय भोपाल में अपील कर रहे हैं।

मेल और मोबाइल नंबर कराए अपडेट: सुराणा | income tax notice

वरिष्ठ कर सलाहकार विमल सुराणा का कहना है कि संजय अश्वारे को इस मामले में कमिश्रर कार्यालय में अपील कर रहे हैं। श्री सुराणा ने बताया कि आयकर दाता अपनी प्रोफाइल में ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर अपडेट कराएं। वर्तमान में आयकर विभाग पत्राचार मेल के माध्यम से करता है। कई लोग इसे अनदेखा कर देते हैं जिससे इस तरह की परेशानियां सामने आती हैं। किसी भी तरह का पत्राचार होता है तो आयकर दाता को अपने कर सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि आयकर रिटर्न हर साल भरना चाहिए। एक साल नहीं भरने के कारण जैसा संजय अश्वारे के साथ हुआ वैसा उन लोगों के साथ भी हो सकता है जो रिटर्न समय पर नहीं भरते हैं।

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