Health Tips: आजकल मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर के ज़्यादा इस्तेमाल से आंखों की रोशनी कमजोर होना आम बात हो गई है। बहुत से लोग कम उम्र में ही चश्मा लगाने लगते हैं। अगर आप भी कमजोर नजर या चश्मे की झंझट से परेशान हैं, तो आचार्य मनीष के बताए कुछ आसान घरेलू नुस्खे आपकी आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
बदलती लाइफस्टाइल से कमजोर हो रही है नजर
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम घंटों मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन के सामने रहते हैं। नींद की कमी, खानपान में गड़बड़ी और आंखों पर लगातार स्ट्रेन से विजन कमजोर होता है। यही कारण है कि आजकल बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक, हर कोई चश्मे पर निर्भर होता जा रहा है।
आचार्य मनीष का चमत्कारी नुस्खा
आचार्य मनीष के अनुसार, अगर आप चश्मा उतारना चाहते हैं तो रोज सुबह एक आसान उपाय अपनाएं —
रात में 5 बादाम और 5 काली मिर्च भिगो दें। सुबह इन्हें अच्छे से चबाकर खाएं। इसके साथ ही सुबह उठते ही नंगे पैर घास पर चलें और अपनी आंखों पर अपनी लार हल्के हाथों से लगाएं। फिर दोनों हथेलियों को रगड़कर आंखों पर रखें, इससे आंखों में गर्माहट आएगी और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा।
आंखों की मजबूती के लिए क्या खाएं
अगर आप अपनी आंखों की रोशनी स्वाभाविक रूप से बढ़ाना चाहते हैं, तो अपने आहार में कुछ चीजें शामिल करें —
गाजर, पालक, आंवला, टमाटर और अखरोट जैसी चीजें आंखों के लिए बेहद फायदेमंद हैं। इनमें मौजूद विटामिन A और एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों की रौशनी बढ़ाते हैं और उन्हें हेल्दी रखते हैं।
इन आदतों से रखें आंखें फिट
आंखों की रोशनी बनाए रखने के लिए हर 30 मिनट बाद स्क्रीन से ब्रेक लें। दिन में दो बार ठंडे पानी से आंखें धोएं। रात में देर तक मोबाइल देखने की आदत छोड़ें। योग और त्राटक ध्यान जैसी तकनीकें भी विजन सुधारने में असरदार मानी जाती हैं।
इन नुस्खों के चमत्कारी फायदे
आचार्य मनीष द्वारा बताए गए इन उपायों से आंखों की रोशनी धीरे-धीरे बढ़ती है और चश्मे पर निर्भरता कम होती है। बादाम और काली मिर्च में मौजूद पोषक तत्व रेटिना और आंखों की मसल्स को मजबूत बनाते हैं। नंगे पैर घास पर चलने से आंखों के नसों को प्राकृतिक ऊर्जा मिलती है। नियमित अभ्यास से आंखों की थकान कम होती है और नजर साफ़ होती है।





