Health Tips:तिल का तेल भारतीय परंपराओं से जुड़ा हुआ तेल है, जिसका इस्तेमाल सदियों से खाना बनाने, सौंदर्य निखारने और आयुर्वेदिक उपचारों में किया जाता रहा है। यह तेल तिल के बीजों से तैयार किया जाता है और इसमें मौजूद पोषक तत्व इसे और भी खास बनाते हैं। पतंजलि तिल का तेल शुद्धता और गुणवत्ता का प्रतीक है, क्योंकि इसे बेहतरीन तिल के बीजों को दबाकर और छानकर तैयार किया जाता है। यह न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत और दर्द से राहत में भी बेहद फायदेमंद है।
तिल के तेल से मिलेगी दर्द में राहत
आजकल जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों में जकड़न और थकान आम समस्याएँ बन चुकी हैं। मौसम में बदलाव की वजह से भी शरीर में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। ऐसे समय में पतंजलि तिल का तेल बेहद कारगर साबित होता है। इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं और दर्द से राहत दिलाते हैं। नियमित मालिश से शरीर हल्का और ऊर्जावान महसूस करता है।
मालिश करने का तरीका
- सबसे पहले तेल को हल्का गुनगुना कर लें।
- दर्द वाले हिस्से पर इसे गोल-गोल घुमाते हुए लगाएँ।
- मालिश के बाद तेल को त्वचा में कुछ देर तक सोखने दें।
- बेहतर परिणाम के लिए रात को सोने से पहले मालिश करें।
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खाने में भी फायदेमंद
पतंजलि तिल का तेल सिर्फ मालिश के लिए ही नहीं, बल्कि खाने में भी उपयोग किया जा सकता है। बाबा रामदेव की कंपनी द्वारा निर्मित यह तेल व्यंजनों को खास स्वाद और खुशबू देता है। इसका नटी फ्लेवर न सिर्फ खाने को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि यह हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करने, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने और शरीर को ऊर्जा देने में भी मददगार है।