Government Hospital : अस्पताल में जीवन रक्षक दवाईयों का टोटा एंटी रेबिज, टिटनेस इंजेक्शन भी खरीदना पड़ रहा बाजार से

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Government Hospital – मुलताई के सरकारी अस्पताल(Hospital) में छोटी बड़ी सर्जरी की बात तो छोड़ ही दीजिए, इंफेक्शन रोकने के लिए लगाया जाने वाला टिटनेस इंजेक्शन भी पिछले कई महीनों से नहीं है। हालत यह है कि बार-बार डिमांड भेजने के बाद भी जिले से टिटनेस इंजेक्शन सरकारी अस्पताल(Government Hospital) में नहीं भेजे जा रहे हैं। मुलताई के सरकारी अस्पताल(Government Hospital) के हाल इतने खराब है कि यहां केवल 2 डॉक्टर अल्टरनेट डे में ड्यूटी कर रहे हैं। अस्पताल में ना तो डॉक्टर है और ना ही आवश्यक दवाइयां है। कुत्ते काटने के बाद लगने वाले एंटी रैबीज इंजेक्शन तक अस्पताल में नहीं है। ऐसे में यहां के नेता और अधिकारी केवल अस्पताल का निरीक्षण कर औपचारिकता पूरी कर रहे हैं,जबकि मुलताई के सरकारी अस्पताल पर मुलताई, पट्टन सहित आमला क्षेत्र के भी कई क्षेत्रों की आबादी का भार है।

ब्लड ट्रांसफर और डायलिसिस यूनिट भी नहीं हुई चालू

मुलताई के सरकारी अस्पताल(Government Hospital) को हाईटेक बनाने की बातें तो बहुत हुई,लेकिन यहां काम कुछ नहीं हुआ है। 2 साल में यहां ब्लड ट्रांसफर यूनिट और डायलिसिस यूनिट भी चालू नहीं हो पाई है। जबकि 2 साल से इसे चालू करने का केवल आश्वासन दिया जा रहा है। आईसीयू यूनिट भी अभी तक बनकर तैयार नहीं हुई है, उसके लिए आए हुए पलंग जंग खा रहे हैं।

सपना बनकर रह गया ऑपरेशन थिएटर

मुलताई के सरकारी अस्पताल(Government Hospital) में गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन ऑपरेशन होंगे,यह बात सुन-सुनकर कई साल बीत गए हैं। ऐसे में ऑपरेशन थिएटर एक सपना बनकर रह गया है। लाखों रुपए की लागत से यहां पर मशीनें तो लगा दी गई है,लेकिन ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर यहा नहीं है।ऐसे में ऑपरेशन थिएटर शोपीस बनकर रह गया है।

इनका कहना..

यह बात सही है कि यहां पर टीटी इंजेक्शन नहीं है। इसके लिए हमारे द्वारा डिमांड लिख कर भेजी गई है।

विवेक बारस्कर, बीएमओ, सरकारी अस्पताल, मुलताई।

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