Fraud in the name of collector : प्रदेश में कलेक्टर के नाम से ठगी की कोशिश

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2 दिन में 6 कलेक्टर को बनाया गया निशाना 

Fraud in the name of collector – मध्यप्रदेश में ठगों के हौसले किस कदर बुलंद हैं इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की पिछले कुछ दिनों में इन ठगों ने ऑनलाइन ठगी के लिए वीवीआईपी से लेकर आईएएस अधिकारियों को अपना निशाना बनाया है। दरअसल मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की आमला विधानसभा से विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे से भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर  सवा लाख रुपये की डिमांड करते हुए ठगी करने की कोशिश की गई तो वहीं अब प्रदेश के छह जिलों के कलेक्टर को इन ठगों ने अपने निशाने पर लिया। 

ठगों के निशाने पर आईएएस अधिकारी | Fraud in the name of collector

मध्यप्रदेश के कलेक्टर (आईएएस अधिकारी) साइबर ठगों के लक्षित बन गए हैं। पिछले दो दिनों में, साइबर ठगों ने प्रदेश के छह कलेक्टरों के नाम का उपयोग कर ठगी करने की कोशिश की है। इन कलेक्टरों में जबलपुर, धार, सिवनी, उमरिया, शहडोल, और शिवपुरी के अधिकारी शामिल हैं।

जबलपुर कलेक्टर

जबलपुर कलेक्टर के नाम पर 25 हजार रुपये की ठगी की घटना पहले ही हो चुकी है। इस समय सभी मामलों की जांच साइबर सेल द्वारा की जा रही है। कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह के धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें।

पिछले समय में जबलपुर कलेक्टर का फेसबुक अकाउंट भी हैक हो चुका है। इसी तरह, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के नाम से भी फेसबुक पर फर्जी आईडी बना कर ठगी करने की कोशिश की गई थी।

कलेक्टर दीपक सक्सेना | Fraud in the name of collector

7 अगस्त को एक ठग ने कलेक्टर दीपक सक्सेना के नाम का उपयोग कर उनके रिश्तेदार से 25 हजार रुपये की ठगी की।

शिवपुरी कलेक्टर

7 अगस्त को शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र चौधरी के नाम से बनाए गए एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट से भोपाल में कार्यरत और पूर्व शिवपुरी एडीएम विवेक रघुवंशी को एक संदेश मिला। जब एडीएम रघुवंशी को एक अन्य व्हाट्सएप नंबर से “हाय, हैलो” का संदेश प्राप्त हुआ, तो उन्होंने तुरंत कलेक्टर चौधरी के व्यक्तिगत नंबर पर संपर्क किया।

धार कलेक्टर | Fraud in the name of collector

7 अगस्त को धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम से एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाए जाने का मामला सामने आया है। इस अकाउंट में किसी अज्ञात व्यक्ति ने कलेक्टर की तस्वीर का उपयोग करते हुए कुछ संदेश भी भेजे हैं। जब यह जानकारी कलेक्टर मिश्रा तक पहुंची, तो उन्होंने तुरंत जनसंपर्क के माध्यम से जिले में अलर्ट जारी करवाया।

सिवनी कलेक्टर

दो दिन पहले साइबर ठगों ने सिवनी कलेक्टर संस्कृति जैन के नाम से एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाकर पैसों और गिफ्ट की मांग की। इस घटना के बाद, कलेक्टर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सफाई देनी पड़ी और जिले के नागरिकों से अपील की कि वे ऐसे फ्रॉड से सावधान रहें।

शहडोल कलेक्टर | Fraud in the name of collector

शहडोल कलेक्टर तरुण भटनागर के नाम से एक फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाई गई, जिसके माध्यम से कुछ लोगों से पैसों की मांग की गई। तरुण भटनागर ने इस मामले की शिकायत शहडोल एसपी कुमार प्रतीक से की है। जिस नंबर से यह फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट सक्रिय किया गया है, उसकी जांच की जा रही है।

उमरिया कलेक्टर

साइबर ठगों ने उमरिया कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन की फेसबुक आईडी हैक कर लोगों से पैसों की मांग की। जनसंपर्क विभाग ने इस मामले को लेकर अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों से कहा गया है कि इस आईडी के माध्यम से किसी भी प्रकार की धनराशि न दें।

Source – Internet