किसानो की होगी बल्ले बल्ले, गेहूं के दाम बढ़े होगा किसान भाइयो को फायदा। गेहूं उगाने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है कि अब गेहूं के दाम बढ़ रहे हैं।
गेहूं की कीमतों में इज़ाफा
समर्थन मूल्य (MSP) से भी ज़्यादा कीमत पर गेहूं बिक रहा है। कई राज्यों में गेहूं की कीमत आसमान छू रही है, तो कुछ राज्यों में अभी भी दाम कम हैं। मतलब, कहीं गेहूं महंगा बिक रहा है तो कहीं सस्ता।
किन राज्यों में गेहूं महंगा बिक रहा है?
यहां जानिए किस राज्य में गेहूं के दाम सबसे ज्यादा हैं और कहां सबसे कम:
- गोवा: गेहूं का औसत थोक दाम ₹50 प्रति किलो तक पहुंच चुका है।
- महाराष्ट्र: यहां औसत थोक दाम ₹39.74 प्रति किलो है।
- गुजरात: गेहूं का औसत थोक दाम ₹35.14 प्रति किलो है।
- दिल्ली: यहां औसत थोक दाम ₹31 प्रति किलो है।
- उत्तर प्रदेश: सबसे कम दाम ₹28.67 प्रति किलो है।
गेहूं के दाम बढ़ने की वजहें
- ट्रांसपोर्ट का खर्चा: गोवा में गेहूं अन्य राज्यों से मंगाया जाता है, जिससे परिवहन लागत बढ़ जाती है।
- सीजन का असर: अभी गेहूं का सीजन नहीं है, इसलिए सप्लाई कम और डिमांड ज्यादा है।
- मार्केट में कमी: स्टॉक होने के बावजूद बाजार में गेहूं की उपलब्धता कम है।
- व्यापारियों का खेल: व्यापारियों ने गेहूं स्टॉक करके दाम बढ़ा दिए हैं।
- किसानों का भंडारण: जो किसान गेहूं स्टोर करके रखे हैं, उन्हें इस समय फायदा मिल रहा है।
किसानों के लिए सलाह
अगर किसान अपने गेहूं को अच्छे से स्टोर करते हैं और जल्दबाजी में सस्ते दाम पर नहीं बेचते, तो भविष्य में उन्हें बेहतर कीमत मिल सकती है। हालांकि, दाम कब बढ़ेंगे और कब गिरेंगे, यह तय नहीं है।