गेहूं की खेती करने वाले किसान रखें ये खास बातें ध्यान, नहीं तो फसल लहराने से पहले ही सड़ जाएगी

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गेहूं की खेती करने वाले किसान रखें ये खास बातें ध्यान, नहीं तो फसल लहराने से पहले ही सड़ जाएगी। अगर आप गेहूं की बुवाई कर चुके हैं, तो सबसे पहले आपको इस बात पर ध्यान देना होगा कि इसे कब और किस समय पानी देना है।

गेहूं की सिंचाई का सही समय

बुवाई के बाद पहली सिंचाई 20 से 25 दिनों के बीच करनी चाहिए। दूसरी सिंचाई लगभग 40 से 50 दिनों के बाद करें। तीसरी सिंचाई तब करें जब गांठ बन रही हो, यानी 60 से 65 दिनों के बाद।

चौथी सिंचाई फसल के फूल आने के समय यानी 80 से 85 दिनों के बाद करें। वहीं, पांचवीं सिंचाई 100 से 105 दिनों के बाद, जब बालियों में दाना बनने लगे, करनी चाहिए। छठी और अंतिम सिंचाई 115 से 120 दिनों के बाद, दाने भरने के समय करें। अगर सिंचाई समय पर और सही तरीके से की जाए, तो फसल अच्छी होगी और नुकसान नहीं होगा।

बुवाई के बाद इन बातों का रखें ध्यान

बुवाई के बाद ठंड का असर गेहूं की फसल पर काफी सकारात्मक होता है। दिसंबर के मध्य में जब कोहरा और ठंडी हवा चलती है, तो यह फसल के लिए अनुकूल स्थिति बनाती है।

इस दौरान सिंचाई करते समय सावधानी बरतें। दिसंबर और जनवरी में सही समय पर सिंचाई करना फसल के विकास के लिए जरूरी है। सही समय पर पानी देने से उत्पादन बढ़ेगा और गेहूं के दाने मोटे और स्वस्थ होंगे।

अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए, तो फसल न केवल सड़ने से बचेगी, बल्कि बेहतर उत्पादन भी मिलेगा।

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