विदेशी फलों की खेती से किसान कमा रहे लाखों रुपये, जानें इन फलों के नाम और खेती से जुड़ी जानकारी
विदेशी फलों की खेती में कमाई
आजकल कई किसान विदेशी फलों की खेती कर रहे हैं और इससे लाखों रुपये कमा रहे हैं। पहले जहां किसान 1 एकड़ से 50-60 हजार रुपये की कमाई करते थे, अब वही किसान 4 से 5 लाख रुपये तक कमा रहे हैं। आइए जानें इन विदेशी फलों के नाम और उनकी खेती से जुड़ी जरूरी जानकारी।
नीचे दिए गए बिंदुओं के अनुसार, जानें कौन से विदेशी फल किसानों को बेहतर कमाई करा रहे हैं और उनकी खेती कैसे की जाती है।
1. ड्रैगन फ्रूट की खेती
सबसे पहले बात करते हैं ड्रैगन फ्रूट की। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के दो किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती से लाखों रुपये कमा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, वे 1 एकड़ जमीन से 4 से 5 लाख रुपये तक की कमाई कर रहे हैं। यदि बाजार में अच्छे दाम मिलें, तो किसान इसकी दोगुनी कमाई कर सकते हैं।
एक पौधे में 8 से 10 फल लगते हैं, और एक फल का वजन लगभग 200 ग्राम होता है। अगर किसान इसे लगाना चाहते हैं तो बरसात का समय सबसे उचित है। ड्रैगन फ्रूट बाजार में 300 से 400 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर बिकता है।
2. कीवी की खेती
इसके बाद बात करते हैं कीवी की खेती की, जिससे भी किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। लेकिन कीवी की खेती के लिए ठंडा मौसम जरूरी है। ऐसे किसान जिनके क्षेत्र में ठंडा मौसम रहता है और जिनकी मिट्टी गहरी बलुई या थोड़ा अम्लीय है, वे कीवी की खेती कर सकते हैं।
कीवी की खेती में मिट्टी के pH मान की जांच पहले करना जरूरी है, ताकि खेती में नुकसान न हो। पौधे लगाते समय लगभग 15 डिग्री तापमान होना सही माना जाता है। हालांकि, कीवी के किसान को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि फल 4 से 5 साल बाद आते हैं, और बाजार में पहुंचने में 8 से 10 साल लगते हैं। हालांकि, एक बार शुरू होने पर इससे अच्छी कमाई होती है। बाजार में 100 रुपये में दो कीवी बिकते हैं।
3. एवोकाडो की खेती
एवोकाडो की खेती से भी किसान अच्छा लाभ कमा रहे हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इसकी खेती केरल और पंजाब जैसे राज्यों में की जा रही है। इसके लिए 20 से 30 डिग्री तापमान अच्छा माना जाता है।
एवोकाडो की कीमत बाजार में लगभग 500 रुपये प्रति किलोग्राम होती है, और इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है। यदि इसे लेटराइट मिट्टी में उगाया जाए, तो बेहतर उत्पादन मिलता है।
4. स्ट्रॉबेरी की खेती
स्ट्रॉबेरी की खेती से भी किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, लेकिन इसके लिए मौसम का ध्यान रखना जरूरी है। इसकी बुवाई सितंबर से अक्टूबर के महीने में हल्की ठंड के दौरान की जाती है। इसके लिए मिट्टी उपजाऊ होनी चाहिए, और खेत में गोबर की खाद डालकर जुताई की जा सकती है।
ठंडे क्षेत्रों के किसान जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कश्मीर में स्ट्रॉबेरी की खेती कर सकते हैं। इसके अलावा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश जैसे कम ठंड वाले क्षेत्रों के किसान भी इसकी खेती कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि पौधों की रोपाई हल्की ठंड में ही करें।