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Electricity Company – किसानों को बर्बाद करने पर तुली बिजली कंपनी

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पैसा जमा करने के बाद भी चालू नहीं हुआ ट्रांसफार्मर

Electricity Company – बैतूल – एक तरफ केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक खेती को फायदा का धंधा बनाने और किसानों को उन्नत करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। तो वहीं बैतूल की बिजली कंपनी किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। ऐसा ही एक मामला जिले के बोरदेही क्षेत्र से सामने आया है। जहां किसान ने पैसे जमा कर दिए हैं उसके बाद भी ट्रांसफार्मर चालू नहीं हुआ। जिसका खामियाजा कई किसानों को भुगतना पड़ रहा है और उनकी फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है।

सिर्फ चार दिन ही चला ट्रांसफार्मर | Electricity Company

बोरदेही क्षेत्र के बामला गांव के निवासी किसान मेकलाल यादव सहित अन्य तीन किसानों ने सिंचाई के उद्देश्य से पर्याप्त बिजली मिले इसको लेकर ट्रांसफार्मर लगवाने के लिए बोरदेही बिजली कंपनी के कार्यालय में आवेदन दिया था। इसके बाद इन किसानों के द्वारा कंपनी के नियमानुसार राशि जमा कर दी।

ठेकेदार ने 25 केवीए का ट्रांसफार्मर भी लगा दिया। चार दिन तक यह ट्रांसफार्मर चालू रहा इसके बाद इसे बंद कर दिया गया।  ट्रांसफार्मर बंद होने के बाद किसान कंपनी के कार्यालय में चक्कर काटते रहे लेकिन आज तक ट्रांसफार्मर चालू नहीं हुआ।

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किसानों से ले लिए डेढ़ लाख रुपए | Electricity Company

किसान मेकलाल यादव ने सांध्य दैनिक खबरवाणी से चर्चा करते हुए बताया कि डेढ़ माह पहले 2500 रुपए जमा किए और इसके बाद ठेकेदार रूपेश गव्हाड़े के पास डेढ़ लाख रुपए जमा किए। 2500 रु. की रसीद मिल गई। डेढ़ लाख रुपए की रसीद नहीं मिली है।

श्री यादव ने बताया कि मेरे पास लगभग 8 एकड़ जमीन है जिसमें गन्ना, गेहूं के अलावा अन्य फसल लगी हुई है। ट्रांसफार्मर चालू नहीं होने के कारण खेत में सिंचाई नहीं हो पाई जिसके कारण फसल सुखने की कगार पर पहुंच गई है और बड़ा नुकसान हो रहा है।

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बर्बाद हो रही फसल | Electricity Company

इसके अलावा अन्य कई किसान भी प्रभावित हुए हैं। श्री यादव ने बताया कि जब ठेकेदार से बात की तो उन्होंने वरिष्ठ अधिकारी छुट्टी पर होने की बात कहकर टाल दिया। अधिकारी भी इस मामले में सकारात्मक जवाब नहीं दे रहे हैं। इधर पेटी कांटे्रक्टर  रूपेश गव्हाड़े भी यह बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि लाइसेंस दिलीप पोटफोड़े के नाम से हैं हम तो सिर्फ पेटी कांट्रेक्टर हैं।

अब देखना यह है कि किसानों को हुए नुकसान की भरपाई कैसे होती है? और अधिकारियों से लेकर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ बिजली कंपनी क्या कार्यवाही करती है?

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इनका कहना…

इस संबंध में संबंधित जेई से बात करते हैं और इस समस्या का निराकरण करवाने की कोशिश करते हैं।

राजनंदिनी शर्मा, एसडीएम, मुलताई

मैं अभी मीटिंग में व्यस्त हूं, फ्री होने के बाद बता पाऊंगा कि मामला क्या है?

संतोष चंदेल, जेई, बोरदेही
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