Cobra Ka Rescue | फेवीक्विक से चिपका दिया था नागराज का फन, फिर डॉक्टर ने किया इलाज  

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सर्प विशेषज्ञ की सुजभूज से खुल सका सांप का मुंह 

Cobra Ka Rescueभैंसदेही(शंकर राय)एक सपेरे ने अपने फायदे के लिए किंग कोबरा सांप के मुंह पर फेवीक्विक लगाकर चिपका दिया था। जैसे ही इसकी जानकारी पशु प्रेमी और सर्प विशेषज्ञ शिव नरवरे को मिली उन्होंने सर्प को सपेरे से मुक्त करवाकर अस्पताल में उसका उपचार करवाने के बाद सकुशल जंगल में छोड़ दिया।

फरार हो गया सपेरा | Cobra Ka Rescue 

मामला भैंसदेही का है जहां एक सपेरा सांप लेकर घूम रहा था। सर्प विशेषज्ञ शिव नरवरे को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने सपेरे को ढूंढना शुरू किया। श्री नरवरे के मुताबिक सपेरे के पास लगभग 5 फिट लंबा कोबरा सांप मौजूद था। जब सपेरे को पकड़कर पूछताछ की जा रही थी तभी वह मौका देखकर फरार हो गया।

मुंह भी नहीं खोल पा रहा था सांप 

जब सर्प की जांच की गई तो उसके शरीर पर चोट के निशान पाए गए और सर्प अपना मुंह भी नहीं खोल पा रहा था।

कोबरा को लेकर पहुंचे पशु चिकित्सालय |Cobra Ka Rescue 

सर्प विशेषज्ञ शिव नरवरे ने घायल सांप को लेकर पशु चिकित्सालय पहुंच गए। जब डॉ. ज्योति टोप्पो ने जांच की तो पता लगा कि सर्प का मुंह फेवीक्विक से चिपका हुआ है। सर्प का तत्काल उपचार शुरू किया गया और कड़ी मशक्कत के बाद जब उसका मुंह खोला गया तो पता चला कि सपेरे ने सर्प के दांत तोड़कर जहर भी निकाल लिया था।

सांप को जंगल में छोड़ा 

सर्प का उपचार करने के बाद जब वह पूरी तरह स्वस्थ हो गया तो उसे जंगल में छोड़ दिया गया। शिव नरवरे ने बताया कि इसकी जानकारी वन विभाग को भी दी गई थी। वन कर्मचारियों ने सपेरे को ढूंढने के काफी प्रयास किया लेकिन कहीं भी उसका पता नहीं चल पाया।

यह घटना वन्यजीवों के प्रति क्रूरता का एक ज्वलंत उदाहरण है। सपेरे द्वारा किए गए कृत्य की निंदा की जानी चाहिए। वन विभाग को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

इस घटना से हमें यह सबक भी मिलता है कि हमें वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

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