चने की खेती: चने की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा,जानिए किस किस्म की बीज का उपयोग करे और अच्छी खेती के तरीके चने की खेती उत्तर भारत में बहुत बड़े पैमाने पर की जाती है और इसका उत्पादन भी उत्तर भारत में काफी बढ़िया है संरक्षित नमी वाले सूक्ष्म क्षेत्रों में इसकी खेती बेहद उपयुक्त मानी जाती है ध्यान रखें इस की खेती ऐसे स्थानों पर करें जहां 60 से 90 सेंटीमीटर बारिश होती है सर्द मौसम वाले चित्र में अगर आप इसकी खेती करते हैं तो सबसे बेहतर है चने की खेती अधिकांश उत्तर भारत में की जाती है और इससे काफी बढ़िया मुनाफा कमाया जाता है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी काफी हद तक बढ़िया रहती है
चने की खेती करने के लिए और अच्छा मुनाफा कमाये To cultivate gram and earn good profit
चने की खेती करने के लिए और अच्छा मुनाफा कमाने के लिए इस बीज का करे उपयोग जिससे सही होगी पैदावार और मुनाफा
रवि की फसलों की बुवाई का वक्त नजदीक आ चुका है इस दौरान किसान बड़े पैमाने पर परंपरागत तौर पर गेहूं की बुवाई करते हैं हर साल एक ही तरह की फसल की बुवाई की वजह से किसान को कई बार नुकसान भी झेलना पड़ता है ऐसे में किसानों को कुछ ऐसी फसलों की खेती करने की सलाह दी जाती है जो बेहद कम वक्त में बढ़िया मुनाफा पहुंचा पाए जना भी इसी किस्म की फसल है इसे दलहनी फसलों का राजा माना जाता है चने की खेती कर किसान अधिक से अधिक कमाई कर सकते हैं इस खेती करने के लिए 60 से 90 सेंटीमीटर तक बारिश जरूरी है
चने की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा,जानिए किस किस्म की बीज का उपयोग करे और अच्छी खेती के तरीके Earn good profit by cultivating gram, know what kind of seed to use and good farming methods
उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है चने की खेती
चने का उत्पादन उत्तर भारत में बहुत बड़े पैमाने पर किया जाता है संरक्षित नामी वाले सूक्ष्म क्षेत्रों में इसकी खेती बेहद उपयुक्त मानी जाती है सर्द मौसम वाले क्षेत्र में अगर आप इसकी खेती करते हैं तो सबसे बेहतर है 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में इसके पौधे अच्छे तरीके से विकास करते हैं और इसकी उपज भी काफी हद तक बढ़ जाती है चने की उन्नत किस्म की बुवाई कर किसान अच्छा लाभ उठा सकते हैं
बीज का करे उपयोग जिससे सही होगी पैदावार और मुनाफा Use seed which will improve yield and profit
भूमि उपचार व बुवाई land treatment and sowing
दीमक के प्रकोप से बचाव के लिए क्यूनालफॉस 1.5 प्रतिशत या मैलाथियान 4 प्रतिशत चूर्ण 25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से आखिरी जुताई के समय खेत में मिलाएं। प्रति हेक्टेयर 70-80 किलो बीज बोए। Read Also: Today Mandi Bhav : कृषि उपज मंडी बैतूल के आज 14 अक्टूबर के भाव
चना की पैदावार कितनी होती है? What is the yield of chickpea?
इसकी औसतन पैदावार 9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। Pusa Chamatkar: यह काबुली चने की किस्म है। यह किस्म तकरीबन 140-150 दिनों में पक जाती है। इसकी औसतन पैदावार 7.5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
काबुली चना Chickpea
इसके 100 दानों का वजन 24 ग्राम है। सी-104 : यह किस्म 130-135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। यह औसतन 10 से13 क्विंटल/हेक्टेयर उपज देती है। इसके 100 दानों का वजन 25-30 ग्राम होता है।
चने की खेती करने के लिए to cultivate chickpeas
सबसे अच्छा चना कौन सा है? Which is the best chickpea?
पूसा चिकपी 10216 सूखे क्षेत्रों में भी अच्छी उपज दे सकती है। इसकी औसत पैदावार 1,447 किलो प्रति हेक्टेयर है। देश के मध्य के इलाकों नमी की कम उपलब्धता की स्थिति में यह पूसा 372 से करीब 11.9 फीसदी अधिक पैदावार देती है। यह किस्म 110 दिन में तैयार हो जाती है और इसके 100 बीजों का वजन लगभग 22.2 ग्राम होता है।