मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में कार्य करता है आरोपी
Case registered: हैदराबाद(ई-न्यूज)। मोटिवेशनल स्वीकर के रूप में काम करने वाले मुन्नवर ने लोगों को भडक़ाकर सिकंदराबाद के कुम्मारिगुडा में मुथ्यालम्मा मंदिर में तोडफ़ोड़ के लिए उकसाया। उनके इस कृत्य की वजह से पुलिस ने पर एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों में रेजिमेंटल बाजार में मेट्रोपोलिस होटल के मालिक अब्दुल रशीद बशीर अहमद और प्रबंधक रहमान के नाम भी शामिल हैं।
हिन्दुओं के प्रति ऊगलते थे जहर
पुलिस ने बताया ये आरोपी करीब महीने तक चले पर्सनैलिटी डेवलपमेंट वर्कशॉप की आड़ में इसमें हिस्सा ले रहे लोगों को हिंदुओं के प्रति भडक़ाने का काम कर रहे थे। पुलिस के अनुसार सलमान सलीम ठाकुर उर्फ सलमान देश के विभिन्न हिस्सों से आए उन 151 लोगों में शामिल थे, जिन्होंने होटल में आयोजित कार्यशाला में भाग लिया था।
मंदिर में घुसकर तोड़ी मूर्ति
14 अक्टूबर को सलमान ने मंदिर में घुसकर एक देवता की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया था। स्थानीय लोगों ने उसे ऐसा करते पकड़ लिया और पुलिस के हवाले करने से पहले उसकी पिटाई की थी। फिलहाल शहर के एक अस्पताल में सलमान का इलाज चल रहा है।
मुनव्वर जमा के खिलाफ जांच
पुलिस अब मुनव्वर जमा और वर्कशॉप में हिस्सा लेने वाले लोगों के बैकग्राउंड की जांच में जुट गई है। आरोप है कि मुंबई स्थित मोटिवेशनल स्पीकर मुनव्वर जमा ने न केवल धार्मिक आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा दिया, बल्कि वर्कशॉप में आए प्रतिभागियों को दंगों के लिए उकसाया। गोपालपुरम पुलिस स्टेशन के उप निरीक्षक एल सुरेश ने शिकायत में कहा, ‘ अनुसार जमा ने ही सलमान को मुथ्यालम्मा मंदिर में देवी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए भी उकसाया था। पुलिस के अनुसार इसके अलावा जमा ने इस कार्यशाला को आयोजित करने की अनुमति भी नहीं ली थी, जिसे कराने में बशीर और रहमान ने उसकी मदद की।
हैदराबाद पुलिस ने दर्ज किया मामला
हैदराबाद पुलिस ने तीनों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए उन पर धारा 299 (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं का अपमान या विरोध), 192 (दंगा भडक़ाने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण या अनियंत्रित उकसावे), 196 (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी और नफरत को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा बीएनएस के कुछ अन्य धाराओं 223 (लोक सेवकों के आदेशों की अवज्ञा करना जिससे बाधा या खतरा हो सकता है) और 49 (अपराध करने के लिए उकसाना) को भी आरोपियों के खिलाफ लगाया गया है।
सभी तथ्यों पर जांच कर रही पुलिस
पुलिस अब कार्यशाला के प्रतिभागियों और जमा के बैकग्राउंड की पुष्टि कर रही है। जांच की निगरानी कर रहे शहर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हम कॉन्फ्रेंस रिकॉर्डिंग, प्रतिभागियों को वितरित की गई सामग्री और कई अन्य विवरणों की भी जांच कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि सभी प्रतिभागियों को होटल के 49 कमरों में ठहराया गया था। हालांकि जांच अभी भी चल रही है। पुलिस को अब तक शुरुआती जांच में पता चला है कि जमा इंग्लिश हाउस अकादमी का संस्थापक है और खुद को एक प्रेरक वक्ता और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट ट्रेनर बताता है। पुलिस ने कहा, ‘जैसा कि आयोजकों ने दावा किया है, इस कार्यशाला में फंक्शनल ग्रामर, संचार कौशल, शब्दावली, उच्चारण, पब्लिक स्पीकिंग, आत्मविश्वास बढ़ाने जैसी चीजों पर फोकस किया गया था। साभार…
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