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Budh Guru Yog 2025: 15 अक्टूबर से बनेगा त्रिदशांश योग, इन 3 राशियों पर बरसेगी धन की वर्षा

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Budh Guru Yog 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब ग्रह बुध (Mercury) और गुरु (Jupiter) का विशेष कोणीय संबंध बनता है, तो यह अत्यंत शुभ फल देता है। इस बार 15 अक्टूबर 2025 को बुध और गुरु 108 डिग्री के कोण पर एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे, जिससे ‘त्रिदशांश योग’ (Tridashansha Yog) का निर्माण होगा। यह योग रात 3:03 बजे ब्रह्म मुहूर्त से ठीक पहले बनेगा, और इसका प्रभाव विशेष रूप से तीन राशियों पर बेहद शुभ रहने वाला है। आइए जानते हैं किन जातकों के लिए यह समय धन, सफलता और सौभाग्य लेकर आ रहा है।

वृषभ राशि (Taurus): अचानक धन लाभ और करियर में तरक्की

वृषभ राशि वालों के लिए बुध-गुरु का यह योग बेहद लाभदायक रहेगा। बुध आपकी वाणी को प्रभावशाली बनाएगा और गुरु आपके भाग्य को मजबूत करेगा। इस समय व्यापारियों को पुराने निवेश से बड़ा फायदा मिल सकता है। रुके हुए पैसों की प्राप्ति होगी और नई बिज़नेस डील्स के मौके मिलेंगे। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति या सैलरी बढ़ोतरी का संकेत भी मिल सकता है। यह समय धन वृद्धि और आत्मविश्वास दोनों लाएगा।

कर्क राशि (Cancer): बुद्धिमत्ता और सफलता का समय

कर्क राशि के जातकों के लिए यह योग बौद्धिक विकास और करियर में सफलता लेकर आएगा। बुध की कृपा से आपकी निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी और गुरु आपको सही दिशा दिखाएगा। जो लोग शिक्षा, लेखन, मैनेजमेंट या परामर्श क्षेत्र में हैं, उन्हें बड़ी उपलब्धि मिल सकती है। यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा या इंटरव्यू की तैयारी कर रहे हैं, तो सफलता की संभावना बहुत अधिक है। यह योग आपको सम्मान और आत्मसंतोष दोनों देगा।

धनु राशि (Sagittarius): पारिवारिक सुख और स्थिरता में वृद्धि

धनु राशि के स्वामी स्वयं गुरु हैं, इसलिए यह योग इनके लिए अत्यंत शुभ रहेगा। बुध-गुरु के त्रिदशांश योग से वैवाहिक जीवन, संतान सुख और मानसिक शांति के योग बन रहे हैं। जो लोग लंबे समय से परिवारिक विवादों से परेशान हैं, उन्हें राहत मिलेगी। इस अवधि में घर-गाड़ी या प्रॉपर्टी खरीदने के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। जीवन में नई स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होगा।

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बुध-गुरु योग क्या है?

जब बुध और गुरु 108 डिग्री के कोण पर एक-दूसरे से स्थित होते हैं, तब यह योग बनता है। इसे त्रिदशांश योग कहा जाता है। यह योग बुद्धि, ज्ञान, वाणी, संपत्ति और शिक्षा से जुड़ा होता है। जिनकी कुंडली में बुध और गुरु बलवान स्थिति में हों, उन्हें इस योग का सर्वाधिक लाभ मिलता है।

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