Betul News : सूदखोर ने 2 लाख के वसूले 41 लाख, पुलिस ने किया गिरफ्तार 

मुलताई – प्रशासन द्वारा सूदखोरों पर नकेल कसने के लिए भले ही तमाम प्रयास कर रहा हो लेकिन हकीकत यह है कि अभी भी जिले में सूदखोर जरूरतमंदों से भारी भरकम ब्याज की वसूली अड़ी डालकर कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मुलताई में सामने आया है जहां एक व्यक्ति द्वारा पत्नी का उपचार कराने के लिए सूदखोर से 20 साल पहले 2 लाख रुपए ब्याज पर लिए थे। अब तक पीडि़त 41 लाख रुपए से अधिक राशि सूदखोर को दे चुका है बावजूद इसके उसका कर्ज खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर सूदखोर को गिरफ्तार कर लिया है।

2 लाख के भर चुके 41 लाख

एसडीओपी पल्लवी गौर एवं टीआई सुनील आटा ने बताया कि आवेदक मुन्नालाल पुत्र बाबूलाल रगड़े( 64साल) निवासी मुलताई ने एक आवेदन पुलिस को दिया था। जिसमें उसने शिकायत की थी कि सूदखोर उमेश उर्फ राजा चंडालिया से 2 लाख रुपए की राशि 2002 में पत्नी के इलाज हेतु ब्याज ली गई थी। पिछले 20 सालों में उसके द्वारा राजा को लगभग 41 लाख 56 हजार रुपए की राशि दी जा चुकी है।

हर माह 25 हजार बैंक में जमा करता था राशि

पीडि़त मुन्नालाल ने बताया कि वह ब्याज के एवज में प्रतिमाह सूदखोर राजा चंडालिया के बैंक खाते में 25 हजार रुपए की राशि जमा कराता था। पुलिस को करीब 10 लाख रुपए के लेनदेन के रिकार्ड भी उपलब्ध कराए गए हैं जो कि पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। पुलिस ने दस्तावेजों के आधार पर सूदखोर की गिरफ्तारी भी कर ली है।

मामला दर्ज कर किया गिरफ्तार

पीडि़त ने बताया कि इसके बाद भी ब्याज के रुपए मांगे जा रहे हैं। इस पूरे मामले में पुलिस ने राजा के खिलाफ धारा 3,4 मध्य प्रदेश ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 के तहत अपराध दर्ज किया है। वहीं राजा की गिरफ्तारी की जा चुकी है। पुलिस ने बताया कि लगभग 10 लाख रु. के माध्यम से दिया गया है। जिसे रिकॉर्ड के तौर पर जप्त कर लिया गया है।

हर महीने जमा करता था राशि

इस मामले में पुलिस ने बताया कि आवेदक मुन्ना लाल द्वारा राजा को ब्याज की राशि देने के लिए बैंक में प्रतिमाह किस्त जमा की जाती थी। उसके द्वारा प्रतिमाह 24 से 25 हजार रुपए की राशि बैंक में जमा की जा रही थी और ब्याज भरा जा रहा था। इसके बाद भी राजा का कर्जा पूरा नहीं हुआ और उससे पैसे के लिए परेशान किया जा रहा था।

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