Betul News – आदिवासी विधायकों का करते हैं यूज – ब्रम्हा भलावी

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रिकार्ड मतों से जीतने पर भी नहीं मिला मौका

Betul Newsबैतूल जिले की आदिवासी बाहुल्य एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित घोड़ाडोंगरी विधानसभा सीट से जीत का रिकार्ड बनाने वाले कांग्रेस के मुखर और जुझारू उम्मीदवार ब्रम्हा भलावी को कांग्रेस पार्टी ने विधायक बनने के बाद दुबारा चुनाव लडऩे का मौका नहीं दिया। जबकि 2018 के विधानसभा में ब्रम्हा भलावी ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में भाजपा की पूर्व विधायक गीता रामजीलाल उइके को 17727 वोटों से पराजित किया था। और 1962 से 2018 तक जितने भी विधानसभा चुनाव हुए हैं उनमें इतने बड़े अंतर से ना तो भाजपा का कोई प्रत्याशी और ना ही कांग्रेस का जीता।

कांग्रेस की घोषित उम्मीदवारों की सूची में घोड़ाडोंगरी से ब्रम्हा भलावी के स्थान पर नए चेहरे के रूप में घोड़ाडोंगरी जनपद अध्यक्ष राहुल उइके को टिकट दी है। घोड़ाडोंगरी विधानसभा सीट जिले की सबसे सीट मानी जाती है जिसमें घोड़ाडोंगरी, शाहपुर, बीजादेही, भौंरा, चिचोली, गवासेन, फोफल्या जैसे दूरस्थ अंचल शामिल है। आज खबरवाणी से चर्चा में ब्रम्हा भलावी की पीड़ा सामने आई।

जुबां पर आया दर्द

जैसे ही सुबह कांग्रेस की 144 उम्मीदवारों की सूची जारी हुई और उसमें बैतूल के चार जीते विधायकों में से एक मात्र घोड़ाडोंगरी के ब्रम्हा भलावी की टिकट कटने की जानकारी सामने आई। वैसे ही ब्रम्हा भलावी को उनके समर्थकों के फोन घनघनाने लगे थे। सांध्य दैनिक खबरवाणी ने भी ब्रम्हा भलावी से चर्चा की तो उनका दर्द जुबां पर आ गया। श्री भलावी ने कहा कि वे गरीब आदमी है और उन्हें 50 करोड़ में खरीदने की कोशिश की गई थी। और पैसा घर पर लेकर आए थे लेकिन उन्होंने कांग्रेस से विश्वासघात नहीं किया। श्री भलावी का यह भी मानना था कि उन्होंने पूरे पांच साल ईमानदारी से काम किया कमीशन नहीं लिया इससे पार्टी के दूसरे नेताओं को उनसे परेशानी हो गई।

आदिवासी विधायकों का करते हैं यूज | Betul News

चर्चा के दौरान श्री भलावी ने आदिवासियों को लेकर बड़ी बात कह दी। उनका कहना था कि गैर आदिवासी नेता आदिवासी विधायकों का यूज करते हैं। और आदिवासी विधायकों को आगे नहीं बढऩे देना चाहते हैं। टिकट नहीं मिलने पर उनका कहना था कि वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को धन्यवाद देने जाएंगे कि हम तो बिके नहीं लेकिन आपने दूसरो को टिकट दे दी। कांग्रेस के नए उम्मीदवार को सहयोग देने का पूछने पर उन्होंने स्पष्ट कुछ नहीं कहा लेकिन यह अवश्य कहा कि हमारे सपोर्ट से कुछ नहीं होगा।

अपनो ने निपटा दी टिकट

ब्रम्हा भलावी के विधायक निर्वाचित होने के बाद से यह माना जाता रहा कि वे क्षेत्र के कुछ अन्य समाज के प्रमुख कांग्रेस नेताओं के हिसाब से विधायकी कर रहे हैं। और यही उन पर भारी पड़ा है। खबरवाणी को मिली जानकारी के अनुसार ब्रम्हा भलावी ने जिन पर भरोसा किया उन्होंने इस बार टिकट को लेकर अंदर ही अंदर निपटा दिया। और क्षेत्र के सभी मंडलम और सेक्टर प्रभारियों ने इन्हीं नेताओं के कहने पर कांग्रेस के दिग्गजों से ब्रम्हा भलावी को कमजोर उम्मीदवार बताया। इन्हीं सभी कारणों की वजह से ब्रम्हा को विधायक बनने के बाद पार्टी ने दूसरा मौका नहीं दिया।