जाने इनके सेवन से होने वाले बेमिसाल फायदे
Benefits of Millets – मोटे अनाजों में रागी एक प्रसिद्ध धान्य है। इसमें अधिक मात्रा में कैल्शियम और पोटैशियम पाया जाता है। साथ ही, इसमें डाइट्री फाइबर की भी बहुत अच्छी मात्रा होती है। कुछ अनुसंधानों में दावा किया गया है कि रागी ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के साथ-साथ हड्डियों को मजबूत करके इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है।
इसके अलावा, रागी को कैंसर के जोखिम को कम करने में भी कारगर माना जाता है। यह हृदय रोग, आगे बढ़ने की समस्या, गठिया, शरीर में सूजन से जुड़ी समस्याएं, और स्तन कैंसर जैसे रोगों से बचाव में सहायक होता है।
कुटकी | Benefits of Millets
कुटकी में मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हार्ट हेल्थ के लिए अत्यंत फायदेमंद है। इसका विशेषत: यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने को रोकने में मदद करता है। कंगनी को अंग्रेजी में फॉक्सटेल मिलता है। इसमें विटामिन बी माइक्रोन्यूट्रेंट्स भी होते हैं जो न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से बचाव में प्रभावी हैं। विशेष रूप से, इसका सेवन अल्जाइमर और पार्किंसन जैसी बीमारियों के खतरे से बचाव में कारगर हो सकता है।
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कोदा
कोदा में विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स प्राप्त होते हैं, जो ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इसमें एंटी-एलर्जिक गुण भी होते हैं, जो आपको विभिन्न बॉडी इन्फेक्शन से बचाने में मदद करते हैं। बाजरे में अच्छी मात्रा में प्रोटीन, फैट, फाइबर, सोडियम, फॉलेट, आयरन, मैग्नीशियम, थियामिन, नियामिन, और फॉस्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं।
बाजरे में अधिक मात्रा में डाइट्री फाइबर होने के कारण वजन कम करने में सहायक होता है, और यह हेयर, स्किन, और नेल्स की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके विशेष गुण शरीर में गर्माहट को स्थिर रखते हैं, इसलिए इसे सर्दियोवास्कुलर स्वास्थ्य के लिए श्रेष्ठ खाद्य माना जाता है।
मोटे अनाज की मात्रा | Benefits of Millets
भारतीय मिलेट्स रिसर्च इंस्टीट्यूट (IIMR) के अनुसार, दिनभर में 100-200 ग्राम मोटा अनाज शारीरिक स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त माना जाता है। इसमें ‘ट्रिप्टोफेन’ नामक एमिनो एसिड होता है जो भूख को कम करके वजन नियंत्रित करने में मदद करता है। आप जो भी मोटा अनाज चुनें, आपका वजन बढ़ने का खतरा कम होता है। यहां यह भी बताया जाता है कि इसमें मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरकर रखती है जो भूख को दबाकर मदद करता है।
ये लोग माँ खाएं मोटे अनाज
अगर किडनी के मरीज़ हैं, तो ज्वार बाजरा न खाएं। इसमें पोटेशियम अच्छी मात्रा में होता है, जो बॉडी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
जोड़ों का दर्द रहता है, तो मोटे अनाज न खाएं। ये यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ा सकते हैं।
लो ब्लड प्रेशर वाले ज्वार खाना अवॉइड करें क्योंकि ये बॉडी में सोडियम को कम कर सकते हैं।
जिन लोगों को पहले से पथरी है, उन्हें रागी खाने से परहेज करना चाहिए। यह शरीर में ऑक्सालिट एसिड बढ़ा सकता है, जिससे किडनी में स्टोन यानी पथरी बन सकती है।
मोटे अनाज में गोइट्रोजेन्स होता है जो कुकिंग के दौरान आयोडीन को एब्जॉर्ब होने से रोक सकता है। हाइपोथायराइड के मरीज़ इसे अवॉइड करें।
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