Bajre Ki Kheti : ऐसी फसल जिसकी खेती से 6 महीने में मालामाल हो जाएंगे किसान 

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जाने कैसे करें कम खर्च में अधिक मुनाफा देने वाली इस फसल की खेती 

Bajre Ki Kheti – बाजरा एक महत्वपूर्ण खरीफ फसल है जो कम पानी और कम खर्च में अधिक मुनाफा देती है। यह भारत के कई हिस्सों में, खासकर सूखे वाले इलाकों में उगाया जाता है। बाजरे की खेती 6 महीने में पूरी हो जाती है, जिससे किसान कम समय में अच्छी कमाई कर सकते हैं।

कम खर्च में अधिक मुनाफा:

बाजरे की खेती के लिए कम लागत की आवश्यकता होती है। इस फसल को कम पानी और कम उर्वरक की आवश्यकता होती है, जिससे किसानों का खर्च कम होता है। साथ ही, बाजरे की कई किस्में हैं जो कम समय में पक जाती हैं, जिससे किसान जल्दी फसल बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं।

बाजरे की खेती कैसे करें:

जलवायु और मिट्टी: बाजरा गर्म और शुष्क जलवायु में अच्छी तरह से उगता है। यह रेतीली, दोमट और बलुई मिट्टी में उगाया जा सकता है।
बुवाई का समय: बाजरे की बुवाई का समय क्षेत्र और जलवायु के अनुसार भिन्न होता है। लेकिन, आमतौर पर जून से जुलाई महीने में बाजरे की बुवाई की जाती है।
बीज की मात्रा: एक हेक्टेयर खेत में 8 से 10 किलोग्राम बाजरे के बीज की आवश्यकता होती है।
बुवाई की विधि: बाजरे की बुवाई कतारों में की जाती है। कतारों के बीच की दूरी 30 से 45 सेंटीमीटर और पौधों के बीच की दूरी 10 से 15 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
खाद और सिंचाई: बाजरे की फसल को अच्छी पैदावार के लिए संतुलित खाद की आवश्यकता होती है। खेत में गोबर की खाद, नीम की खली और रासायनिक खाद का इस्तेमाल किया जा सकता है। बाजरे की फसल को कम पानी की आवश्यकता होती है। सिंचाई केवल आवश्यकतानुसार ही करनी चाहिए।
खरपतवार नियंत्रण: खरपतवारों को समय पर निकालना जरूरी है। खरपतवारों को हाथ से या निराई करके निकाला जा सकता है।
कीट और रोग नियंत्रण: बाजरे की फसल को कुछ कीटों और रोगों का खतरा होता है। इनसे बचाव के लिए समय पर उचित उपाय किए जाने चाहिए।

बाजरे के उपयोग:

बाजरे का उपयोग कई तरह से किया जाता है। बाजरे के आटे से रोटी, पराठे, और दलिया बनाया जाता है। बाजरे का दाना पशुओं के चारे के काम भी आता है।

निष्कर्ष:

बाजरे की खेती एक लाभदायक व्यवसाय है। यह कम खर्च में अधिक मुनाफा देने वाली फसल है। किसान बाजरे की खेती करके अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।

अतिरिक्त जानकारी:

किसान कृषि विज्ञान केंद्रों या कृषि विश्वविद्यालयों से बाजरे की खेती के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार किसानों को बाजरे की खेती के लिए कई तरह की योजनाएं और अनुदान प्रदान करती है। किसान इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। किसी भी कृषि कार्य को करने से पहले कृषि विशेषज्ञ से सलाह लें।

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