Apne khet me lagaein ye gehun ki Variety – आज कल हर किसान अपनी फसल की अच्छी पैदावार चाहता है जिससे उसे काफी मुनाफा हो सके इसके लिए वो हर बेहतर प्रयास करता है। जैसे जैसे ये साल खत्म होने को है जिसके साथ ही सोयाबीन की कटाई ( Soybean Harvesting ) का समय नजदीक आ रहा है। खरीफ सीजन के खत्म होते ही किसान रबी फसलों की बुवाई ( Sowing of Rabi Crops ) शुरू करते हैं। अभी ये काफी अच्छा समय की हम जाने की गेंहू की ऐसी कौन सी वैरायटी हैं जो अच्छी पैदवार देगी।
गेहूं की फसल में उत्पादन गेहूं की किस्म पर निर्भर करता है
गेहूं की फसल में उत्पादन गेहूं की किस्म ( Wheat Variety ) पर निर्भर करता है, यह गेहूं की शीर्ष 10 किस्म है जो आपको प्रति हेक्टेयर 70 क्विंटल उत्पादन देती है। है। गेहूं की इन किस्मों में रोगों और कीटों का प्रकोप बहुत उपयोगी होता है, यानी ये किस्में रोग प्रतिरोधी होती हैं। साथ ही कम पानी में पकाने से यह किस्म तैयार हो जाती है। यह किस्म भारत के लगभग सभी राज्यों में उगाई जा सकती है जहाँ गेहूँ की खेती ( Wheat Cultivated ) की जाती है।Best Wheat Variety ये कुछ खास गेहूँ की किस्मे आप को देगी बंपर पैदावार घर में नहीं समायेगा गेहूँ।
ये हैं गेंहू की 10 बेस्ट वैरायटी
जीडब्ल्यू 322
पूसा तेजस 8759
गेहूं जीडब्ल्यू 273
श्री राम सुपर 111 गेहूं
एचडी 4728 (पूसा मलावी)
गेहूं एचडी 3298
श्री राम 303 गेहूं की किस्म
गेहूं जेडब्ल्यू 1142
HI 8498
जेडब्ल्यू 1201
जीडब्ल्यू 322
यह मध्य प्रदेश राज्य में सबसे अधिक उगाई जाने वाली गेहूं की किस्म ( Wheat Variety ) है, जो 115 से 120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। GW 322 किस्म के गेहूं की उत्पादन क्षमता 60-62 क्विंटल के बीच है। गेहूं की इस किस्म के गेहूं की खेती ( Wheat Cultivated ) भारत के सभी राज्यों में की जा सकती है। यह किस्म 3 से 4 पानी में पक जाती है।
पूसा तेजस 8759
मध्यप्रदेश में वर्ष 2019 में पूसा तेजस्वा 8759 किस्म का गेहूँ विकसित किया गया है। एमपी के जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय में एक हेक्टेयर से 70 क्विंटल पूसा तेजस गेहूं का उत्पादन हुआ। इसके बाद इस किस्म में किसानों की दिलचस्पी बढ़ी। गेहूं की यह किस्म ( Wheat Variety ) लगभग 110 से 115 दिनों में पकने के लिए तैयार हो जाती है। यह बीज कम पानी में पकाने से तैयार हो जाता है।
गेहूं GW 273
गेहूं की GW 273 किस्म ( Wheat Variety ) लगभग 115 से 125 दिनों में पकने के लिए तैयार है। गेहूँ की GW 273 उपज 60 से 65 क्विंटल के बीच है। यह किस्म 3 से 4 पानी में पक जाती है।
श्री राम सुपर 111 गेहूं
यह गेहूं लगभग 105 दिनों में पककर तैयार हो जाता है। श्री राम 111 जल्दी और देर से बुवाई के लिए उपयुक्त है। इस किस्म का दाना सख्त और चमकदार होता है। मध्य प्रदेश के किसानों ( Farmer ) के अनुसार श्री राम सुपर 111 का उत्पादन 22 क्विंटल प्रति एकड़ है, इस किस्म को श्री राम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स के विश्व प्रसिद्ध गेहूं वैज्ञानिकों ने तैयार किया है।
एचडी 4728 (पूसा मलावी)
यह गेहूं 125-130 दिनों में पककर तैयार हो जाता है। गेहूं एचडी 4728 (पूसा मलावी) की उपज 55 क्विंटल तक है। एचडी 4728 (पूसा मलावी) गेहूं की खेती भारत के सभी राज्यों में की जा सकती है ( Wheat Variety )। यह किस्म 3 से 4 पानी में पक जाती है।
गेहूं एचडी 3298
यह गेहूं 125-130 दिनों में पककर तैयार हो जाता है। गेहूं एचडी 3298 की उपज एक हेक्टेयर में 55-60 क्विंटल तक रहती है। एचडी 3298 गेहूं की खेती भारत के सभी राज्यों में की जा सकती है। यह किस्म 3 से 5 पानी में पक जाती है। इस किस्म ( Wheat Variety ) में फफूंद जनित रोग नहीं होते हैं, इस गेहूँ का दाना ठीक रहता है।
श्री राम 303 गेहूं की किस्म
कंपनी द्वारा श्री राम 303 किस्म का गेहूं विकसित किया गया है। इस गेहूं का दाना ( Wheat Variety ) अन्य गेहूं की तुलना में अधिक समय तक रहता है। इसके पौधों में लौंग की संख्या अधिक होती है जिससे श्री राम 303 किस्म में अधिक उत्पादन मिलता है। यह गेहूं 110 दिनों में पककर तैयार हो जाता है। इसका उत्पादन 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होता है।
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