Tamatar Ki Variety – टमाटर ऐसे तो एक कॉमन सब्जी है जिसके बिना आप दूसरी कोई सब्जी नहीं बना सकते हैं। टमाटर एक ओर जहाँ खाने में स्वाद बढ़ाता है तो वही ये पौस्टिक गुणों से भी भरपूर होता है। लेकिन देश में इन दिनों टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं। इसके पीछे कई कारण है जैसे की डिमांड और सप्लाई जिस तरह के मार्केट में टमाटर की डिमांड बढ़ रही है लेकिन सप्लाई नहीं हो पा रही है अब सप्लाई इसीलिए नहीं हो पा रही है क्यूंकि फसल ख़राब हो रही है। यही कुछ ऐसे कारण हैं जिससे की टमाटर के दाम आज आसमान छू रहे हैं।
अच्छी किस्म से करें खेती | Tamatar Ki Variety
अगर आप भी इस समय टमाटर की खेती करने का मन बना रहे है तो आप खेती में टमाटर की उन्नत किस्म की बुवाई कर सकते हैं। आज हम आपको टमाटर की ऐसी ही किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो की अच्छी पैदावार देगी।
नई किस्म नामधारी-4266
कृषि वैज्ञानिकों ने टमाटर की खेती करने वाले किसानों के लिए एक नई किस्म को विकसित किया है। जिसे “नामधारी-4266” का नाम दिया गया है।टमाटर की नामधारी-4266 किस्म कम लागत खर्च में 1,200 से 1,400 क्विंटल तक प्रति हैक्टेयर की उत्पादकता दे सकती है। वहीं, टमाटर की सामान्य प्रजाति से 600-800 क्विंटल प्रति हैक्टेयर की ही उत्पादकता किसान भाईयों को मिलती है।
नामधारी-4266 टमाटर किस्म की खासियत | Tamatar Ki Variety
टमाटर की नई किस्म नामधारी-4266 (New variety of tomato Namdhari-4266) की खेती किसान भाई ग्रीन हाउस, पॉलीहाउस और शेड नेट हाउस (Green House, Polyhouse and Shade Net House) में भी इसी औसत खर्च में कर सकते हैं। सितंबर व अक्टूबर के महीने में इसकी नर्सरी लगाई जाती है और दिसंबर से फरवरी माह के बीच फसल तैयार हो जाती है।
आसानी से होती है इस किस्म की खेती
टमाटर की नामधारी-4266 किस्म किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। टमाटर की यह किस्म बेल प्रकार की है। इसलिए इसकी खेती पालीहाऊस में करते हैं। इसकी खेती में अधिक सिंचाई की आवश्यकता भी नहीं होती है। इसकी सिंचाई टपक विधि से आसानी से की जाती है। अगर कोई किसान भाई टमाटर की इस किस्म की बुवाई करना चाहते हैं, तो चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) कानपुर से इसके बीज प्राप्त कर सकते हैं। टमाटर की यह प्रजाति किसानों की आय बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी।