Voter ID Update: प्रदेश के पूर्व नए विधानसभा चुनाव होने हैं और इसको लेकर चुनाव आयोग भी सक्रिय है। इसके बावजूद चुनावी प्रक्रिया में कई तरह की गड़बडिय़ां भी सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक मामला वोटर आईडी में गलत पतो का सामने आया है जिसमें लगभग 10 लाख से अधिक वोटर आईडी कार्डों में गलत पते छपे हैं। यही कारण है कि कई बार विभिन्न क्षेत्रों में वोटर आईडी कचरे में मिले हैं क्योंकि डाक विभाग द्वारा गलत पते होने के कारण ऐसे आईडी सही जगह पर नहीं पहुंचा पाते हैं।
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चुनावी प्रक्रिया को लेकर वोटर लिस्ट में लंबे समय से लगातार काम हो रहे हैं। इसके बावजूद वोटर आईडी में बड़ी गड़बड़ी सामने आई हैं। प्रदेश में गलत पते वाले 10 लाख से ज्यादा वोटर आईडी मिले हैं। इन पतों में सबसे ज्यादा मामले आगर मालवा जिले के हैं। ये जिला 16 अगस्त 2013 को अस्तित्व में आया था, लेकिन बीते 10 साल में भी 4.50 से 5 लाख मतदाताओं के पते में जिला शाजापुर ही है, जबकि तहसील आगर है। इसी तरह 1 अक्टूबर 2018 को टीकमगढ़ से अलग होकर निवाड़ी जिला अस्तित्व में आया।
कोलार में मिले 1.50 वोटर आईडी
यहां भी करीब एक लाख वोटर्स की आईडी में जिला टीकमगढ़ लिखा है। इसी तरह का मामला पहले भोपाल में कोलार तहसील का सामने आ चुका है। यहां 1.50 लाख वोटर आईडी में कोलार नगर पालिका लिखा है, जबकि इस नाम की नगर पालिका अस्तित्व में है ही नहीं। मामले में फिलहाल चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि वोटर आईडी का उपयोग वोट डालने में होता है, इसलिए वोट डालने में तो कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
चुनाव आयोग नाम जोड़ता-घटाता है, पर पते सही नहीं करता
कोलार क्षेत्र में साढ़े तीन लाख मतदाताओं में से एक लाख से ज्यादा के पते में आज भी नगर पालिका दर्ज है, जबकि कोलार नपा का विलय 2015 में नगर निगम में विलय हो चुका है। इसी तरह हुजूर तहसील के ब?े भाग को काट कर गठित कोलार तहसील के वोटर आईडी में आज भी यह गड़बड़ी है। चुनाव आयोग मतदाता सूची के पुनरीक्षण में मतदाताओं के नाम जोडऩे और घटाने का काम करता है, लेकिन उनके पते की गलतियों को नहीं सुधारा जाता। यहां कई वोटर के कार्ड में तो पते ग्राम पंचायत के हैं क्योंकि कोलार नगरपालिका के गठन के पहले बड़ा हिस्सा ग्राम पंचायतों में था।
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दो उदाहरण… कैसी-कैसी गड़बड़ी
सजन बाई का पता 23 कोलूखेड़ी, ग्राम मथुराखेड़ी है। तहसील आगर और जिला शाजापुर है, जबकि शाजापुर से अलग होकर आगर जिले को बने 10 साल होने जा रहे हैं। यहां सही पता 23 कोलूखेड़ी, ग्राम मथुरा खेड़ी जिला आगर है। इसी तरह पार्वती बाई पति हरिनारायन का पता ग्राम कान? तहसील आगर जिला शाजापुर दर्ज है, जबकि उनका अभी के पते में ग्राम कान? है तहसील और जिला बदल चुका है। जिला आगर मालवा हो गया है।
गलत पते पर भी वोट डाल सकते हैं
एडिशनल सीईओ राजेश कौल का कहना है कि वोटर आईडी का मूल उद्देश्य वोट करने का है, इसमें कहीं कोई दिक्कत नहीं है। बाकी परिचय पत्र और भी तो हो सकता है।