आठनेर, 24 जून 2025:-
रेत माफिया के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे खुलेआम यह कहने लगे हैं — “आप छापते रहो, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।” 17 जून को जब आठनेर माइनिंग प्रभारी वशिष्ठ जी से अवैध रेत के ढेरों और माफिया की गतिविधियों पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा था —
> “मेरे पास स्टाफ नहीं है, लेकिन दो दिन में कार्रवाई करवाता हूं।”
1. अब सात दिन बीत चुके हैं। ना तो कोई कार्रवाई हुई, ना ही कोई ठोस जवाब मिला। माइनिंग विभाग की यह चुप्पी साफ तौर पर सिर्फ खानापूर्ति की नीति को उजागर करती है।
2. स्थानीय लोगों का कहना है कि तहसील छात्रावास के सामने हर रोज रेत के डंप खुलेआम लगाए जा रहे हैं — यह सबकुछ प्रशासन की आंखों के सामने हो रहा है। लेकिन माफिया के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया।
3. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रेत माफिया खुद यह दावा करते पाए गए हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता — और अब उनके इस दावे को प्रशासन की निष्क्रियता सच साबित कर रही है।
4. संलग्न फोटो इस बात का प्रमाण हैं कि तहसील कार्यालय के सामने किस प्रकार अवैध रेत डंप किया गया है — ये तस्वीरें रेत माफिया के प्रभाव और प्रशासन की निष्क्रियता की गवाही देती हैं।
जनता की माँग:-
1. माफिया पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए
2. माइनिंग विभाग और तहसील प्रशासन की जवाबदेही तय हो
3. क्षेत्र में नियमित निरीक्षण और निगरानी की व्यवस्था की जाए
4. दोषियों पर कानूनी धाराओं में प्रकरण दर्ज कर सजा दी जाए