विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
बैतूल{Chindwada University} – जिले के महाविद्यालय छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से जुडऩे के बाद कई संगठन और कई भाजपा नेताओं ने इन महाविद्यालयों को बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय से पुन: जोडऩे के लिए आंदोलन किए और मांग की। इसको लेकर चार माह पहले उच्च शिक्षा विभाग ने बैतूल जिले के महाविद्यालयों को बीयू से जोडऩे का आदेश कर दिया था। इस आदेश के बाद श्रेय लेने के लिए नेताओं और संगठनों के पदाधिकारियों ने खूब वाहवाही लूटी लेकिन अभी तक उच्च शिक्षा विभाग के आदेश पर कोई अमल नहीं हुआ।
हालात यह है कि बैतूल जिले के विद्यार्थी छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली से हाल बेहाल हैं। उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। आलम यह है कि जो परीक्षाएं जून में होनी थी वो अगस्त शुरू होने तक नहीं हो पा रही हैं। जो परीक्षाएं हो चुकी हैं उनके रिजल्ट समय पर नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। इस समस्या को लेकर ना तो कोई संगठन सामने आ रहा है और ना ही किसी नेता ने प्रयास किया है।
अगर उच्च शिक्षा विभाग अपने आदेश पर अमल करें और बैतूल जिले के सभी महाविद्यालय बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय से जुड़ जाए तो विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण हो जाएगा। जब चार माह पूर्व निर्णय हो गया था बैतूल जिले के सभी कालेज पूर्वत: बरकतउल्लाह विवि से संबंद्ध हो जाएंगे जिसके लिए उच्च शिक्षा विभाग को मात्र उनके साफ्टवेयर में परिवर्तन कर बैतूल के महाविद्यालयों को पुन: बीयू से जोडऩा था। ताकि इस वर्ष हो रहे नए प्रवेश सीधे बीयू से संबंद्ध होते। परंतु शासन की लालफीताशाही ने बिना वजह प्रक्रिया को भी लंबा किया। और छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
क्योंकि वर्ष 2019 में जब छिंदवाड़ा विवि अस्तित्व में आया था तो परीक्षा के एक दिन पहले तक भी छात्रों का नामांकन और अन्य प्रक्रिया भी संपन्न नहीं हो पाई थी। जिससे छात्रों को परेशान का सामना करना पड़ा था। सरकार पुन: वो ही गलती दोहराने जा रही हैं। जिसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ेगा।
इस मांग को प्रमुख रूप से उठाने वाले भाजपा नेता और छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की एक्जीक्यूटिव मेम्बर प्रवीण गुगनानी से सांध्य दैनिक खबरवाणी ने चर्चा की तो उन्होंने बताया कि निर्णय यथावत है प्रक्रिया जारी है। सीयू से बीयू में ट्रांसफर स्वत: हो जाएंगे किसी भी विद्यार्थी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस माह में राजपत्र में प्रकाशन होने के बाद छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से जुड़े बैतूल के विद्यार्थियों का ट्रांसफर बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय में कर दिया जाएगा।